पीएम नरेंद्र मोदी से सम्मान पाकर छा गए स्वच्छता कर्मी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सम्मानित होकर स्वच्छता कर्मियों में अपार खुशी है। उनके साथ कुंभ मेला आने वाले श्रद्धालु सेल्फी ले रहे हैं। साथ ही उसे सोशल मीडिया पर अपलोड किया जा रहा है।
प्रयागराज : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पांव पखारे जाने से स्वच्छता कर्मी देश ही नहीं दुनिया भर में छा गए हैं। उनके साथ सेल्फी लेने वालों की भीड़ लगी है। कुंभ में आ रहे श्रद्धालु सेल्फी लेकर उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर रहे हैं।
कुंभ में पावन संगम में पुण्य की डुबकी लगाने के बाद गंगा पंडाल के लाउंज में प्रधानमंत्री ने रविवार को प्यारेलाल, होरीलाल, ज्योति, चौबी और नरेश चंद्र के पैर धुले थे। उसके बाद तौलिया से पांव भी पोछे थे। प्रधानमंत्री ने स्वच्छता कर्मियों के पांव पखार कर न सिर्फ संगम तट से दुनिया भर को सामाजिक समरसता का संदेश दिया बल्कि स्वच्छता की ध्वज पताका भी और ऊंची की। ये स्वच्छता कर्मी कुंभ में दूसरे जिलों से आए हैं।
छत्तीसगढ़ के कोरबा और बांदा के रहने वाले स्वच्छता के ये दूत पिछले तीन माह से कुंभ क्षेत्र में स्वच्छता की अलख जगाए हैं। स्वच्छ कुंभ और सुरक्षित कुंभ को देश व दुनिया के सामने पेश करने में इन्हीं कर्मयोगियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसीलिए प्रधानमंत्री ने देश का नाम पूरे विश्व में रोशन करने वाले इन कर्मयोगियों के पांव पखारे।
खुशी मिली इतनी कि...
इस सम्मान से ये कर्मयोगी फूले नहीं समा रहे। दरअसल, पीएम मोदी द्वारा दिए गए इस सम्मान के बाद ये स्वच्छता कर्मी देश ही नहीं पूरी दुनिया में सेलिब्रिटी की तरह छा गए हैं। यही नहीं बड़ी संख्या में लोग उनके साथ सेल्फी ले रहे थे और सेल्फी को सोशल साइट्स पर अपलोड कर रहे थे। सोशल मीडिया पर धमाल सा मचा है। अचानक सुर्खियों में पहुंचे ये स्वच्छता कर्मी गदगद हैं।
सुनहरे पल को संजो रखा है
प्यारेलाल और होरीलाल ने तो अखबार में प्रकाशित फोटो को सहेज लिया है। ज्योति, चौबी और नरेशचंद्र ने भी प्रशासन से पांव पखारने वाली वीडियो व फोटो की मांग की है। कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद का कहना है कि उन्हें फोटो और वीडियो मुहैया कराए जाएंगे। प्यारेलाल और होरीलाल ने सोमवार को कहा कि कुंभ में लगन के साथ साफ-सफाई करने का उन्हें प्रतिफल मिल गया है।
सफाई कर्मियों के बच्चों के लिए स्कूल
कुंभ मेले में सफाई कर्मियों के बच्चों की पढ़ाई ब्रेक न हो, इसके लिए पहली बार पांच प्राथमिक विद्यालय कुंभ मेला क्षेत्र में संचालित किए जा रहे हैं। दरअसल, ज्यादातर सफाई कर्मचारी परिवार के साथ कुंभ मेला में आते हैं। इस बार भी वह बच्चों को साथ ले आए हैं। वे यहां चार माह रहते हैं और अपनी ड्यूटी करते हैं। पहली बार उनके रहने के लिए विशेष कॉलोनी भी बनाई गई है। इस बार यहां लगभग 22 हजार सफाईकर्मी ड्यूटी पर हैं।