Swachh Bharat Mission : प्रतापगढ़ में जांच अधिकारी की भी जिम्मेदारी निभाएंगे सफाई कर्मी
ग्राम पंचायतों में बने शौचालयों का सत्यापन सफाई कर्मियों से कराया जाएगा। सक्रिय कर्मियों की सूची तैयार हो रही है। जांच रिपोर्ट के बाद अगला कदम उठाया जाएगा।
प्रतापगढ़,जेएनएन। जिले में ग्राम पंचायतों की साफ-सफाई करने वाले सफाई कर्मी अब जांच अधिकारी की भूमिका में दिखेंगे। पंचायतीराज विभाग ने यह फैसला लिया है कि कर्मी सुबह से दोपहर तक सार्वजनिक स्थानों की सफाई करेंगे। इसके बाद वह गांव में जाकर जांच करेंगे। मौके पर यह देखेंगे कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए शौचालय पूर्ण हैं या नहीं। लाभार्थियों से बात करेंगे। अधूरा होने का कारण पता लगाएंगे। पहले भी शौचालयों की जांच हुई लेकिन ब्लाक अफसरों ने विभाग को गलत रिपोर्ट दी। ऐसे में उनसे जांच कराने के बजाय विभाग ने सफाई कर्मियों पर भरोसा किया है। डीपीआरओ रवि शंकर द्विवेदी ने बताया कि ग्राम पंचायतों में बने शौचालयों का सत्यापन सफाई कर्मियों से कराया जाएगा। सक्रिय कर्मियों की सूची तैयार हो रही है। जांच रिपोर्ट के बाद अगला कदम उठाया जाएगा।
जिले में 1241 ग्राम पंचायतें, 22 सौ सफाई कर्मी तैनात
जिले भर में 1241 ग्राम पंचायतें हैं। इसमें करीब 2200 सफाई कर्मी तैनात किए गए हैं। इसमें से करीब 200 पद रिक्त चल रहे हैं। जिले भर की ग्राम पंचायतों में काफी संख्या में शौचालय अधूरे पड़े हैं। कहीं प्रधान तो कहीं लाभार्थियों की लापरवाही से निर्माण कार्य अधूरा है। इससे लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं। पंचायतीराज विभाग के डीपीआरओ रवि शंकर द्विवेदी ने नया प्रयोग किया है। अब ग्राम पंचायतों में तैनात 50 से अधिक सफाई कर्मियों को शौचालय के सत्यापन की जिम्मेदारी दी है। वह गांव में जाकर यह देखेंगे कि शौचालय की स्थिति क्या है। उसकी फोटो खींचकर उसे डीपीआरओ को भेजेंगे। इसके बाद डीपीआरओ द्वारा इसमें कड़ा कदम उठाया जाएगा।
एक्टिव कर्मियों की सूची हो रही तैयार
विभाग में वैसे तो सफाई कर्मियों की लंबी फौज है, लेकिन इसमें सक्रिय रहने वाले कर्मियों की संख्या कम हैं। विभाग द्वारा उनको जांच करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। ऐसे सक्रिय कर्मियों की सूची तैयार हो रही है। जल्द ही वह जांच करते गांव में दिखेंगे।