यात्रियों के लिए अच्छी खबर है, अब सिविल लाइंस बस स्टेशन के दिन बहुरेंगे Prayagraj News
रोडवेज विभाग सिविल लाइंस बस स्टेशन को विकसित करेगा। इसके लिए तैयारी की जा रही है। निजी कंपनियों को इसके लिए ऑफर दिए जाएंगे। कंपनियां सर्वे भी आकर करेंगी।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज में रोडवेज के सिविल लाइंस बस स्टेशन के दिन बहुरने वाले हैं। इसका पीपीपी मॉडल पर विकास किया जाएगा। इसके लिए विभिन्न कंपनियाें को आॅफर दिए जाएंगे। वहीं कंपनियां 30 सितंबर तक यहां का निरीक्षण करेंगी।
परिवहन मंत्री ने दिए विकास के संकेत
लखनऊ में मंगलवार को हुई बैठक में परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने इसके संकेत दिए हैं कि इसे पीपीपी मॉडल पर विकसित करने के लिए कंपनियों को ऑफर दिए जाएंगे। इच्छुक कंपनियों को इसका निरीक्षण करना है और 30 सितंबर तक यह भी बताना है कि यदि बस स्टेशन पर नवीन निर्माण कार्य शुरू हुए तो वैकल्पिक रूप से बसों का संचालन कहां से किया जाएगा। यह भी तय हुआ है कि चालक, परिचालक या बस मालिकों के लिए टोल फ्री नंबर की सुविधा दी जाएगी।
पीपीपी मॉडल पर विकसित करने को मंत्री की हरी झंडी
बैठक में प्रयागराज परिक्षेत्र से क्षेत्रीय प्रबंधक व कई एआरएम भी शामिल हुए। इसमें प्रदेश स्तर पर बस चालकों, परिचालकों और बस मालिकों के लिए टोल फ्री नंबर की सुविधा बड़े निर्णय के रूप में सामने आई तो स्थानीय स्तर पर बस स्टेशनों की दशा सुधारने के लिए इन्हें पीपीपी मॉडल पर विकसित करने को मंत्री की हरी झंडी मिली।
कंपनियां बताएंगी कि बसें वैकल्पिक रूप से कहां से चलाई जाएं
सिविल लाइंस बस स्टेशन के बारे में कहा गया कि यहां से लखनऊ, कानपुर और वाराणसी रूट पर बसों का संचालन होता है। इसलिए इस स्टेशन का विकसित होना जरूरी है। कहा गया कि निजी कंपनियों को इसके लिए ऑफर दिए जाएंगे। इच्छुक कंपनियां विकास कार्य पर हामी भरने से पहले 30 सितंबर तक स्थलीय निरीक्षण करेंगी। इसमें उन्हें यह बताना होगा कि बसें वैकल्पिक रूप से कहां से चलाई जाएं। क्योंकि जहां से अस्थायी संचालन शुरू होगा वहां भी यात्री प्रतीक्षालय, टिन शेड व अन्य मूलभूत सुविधाओं की तैयारी करनी होगी।
बोले क्षेत्रीय प्रबंधक
क्षेत्रीय प्रबंधक टीकेएस बिसेन ने दैनिक जागरण को बताया कि बैठक में इसके संकेत मिले हैं कि बस स्टेशन को अत्याधुनिक बनाने की दिशा में काम जल्द शुरू होगा।