कुंभ मेला क्षेत्र के मच्छरों से शहरवासी हो रहे परेशान
कुंभ मेला समाप्त हो गया है। मेला क्षेत्र की सफाई न होने गड्ढों में पानी रहने से मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वहां के मच्छर शहरवासियों की नींद दूभर किए किए हुए हैं।
प्रयागराज : कुंभ मेला क्षेत्र में सफाई न होने, जगह-जगह गड्ढों में पानी जमा होने पर वहां पर तेजी से मच्छर पैदा हो रहे हैं, जो शहरवासियों को परेशान कर रहे हैं। नगर निगम मच्छरों के लिए दवा का छिड़काव और फागिंग करवा रहा है, लेकिन लोगों को राहत नहीं मिल रही है। लोग रात में चैन की नींद सो नहीं पा रहे हैं।
छह मार्च से जारी है फागिंग अभियान
कुंभ मेला समाप्त होने के बाद से नगर निगम ने शहर में छह मार्च से फागिंग का अभियान शुरू कर दिया था। प्रत्येक दिन पांचों जोन में शाम को छह बजे से लेकर रात नौ बजे तक फागिंग करवाई जा रही है। आठ अप्रैल तक यह अभियान चलेगा। होली से पहले सलोरी, दारागंज, झूंसी और अरैल क्षेत्र में रहने वाले लोगों ने मच्छरों के आतंक को लेकर नगर निगम में शिकायत की थी। उसके पश्चात मेला क्षेत्र में दवा का छिड़काव शुरू किया गया। अब वहां से मच्छर कुंभ मेला से सटे इलाकों में कूच कर गए हैं। इसलिए नगर निगम ने फागिंग बढ़ा दी है। कछारी क्षेत्र राजापुर, मेहंदौरी, नयापुर आदि इलाकों में भी लोग मच्छर से परेशान हैं।
फागिंग का मच्छरों पर कम असर
प्रत्येक दिन अलग-अलग मोहल्लों में फागिंग कराई जा रही है, लेकिन उसका असर मच्छरों पर कम पड़ रहा है। क्योंकि अभी दवा का अधिक छिड़काव मेला क्षेत्र में हो रहा है। इसलिए मोहल्लों में भी मच्छर पैदा हो रहे हैं। जब तक मोहल्लों में दवा का छिड़काव नहीं बढ़ेगा, तब तक मच्छरों की संख्या कम नहीं होगी। लोग परेशान रहेंगे।
25 लीटर डीजल में डाली जाती है दवा
नगर निगम अप्पे के माध्यम से सभी जोन में फागिंग करवा रहा है। एक अप्पे में 25 लीटर डीजल में तीन से चार लीटर मैलाथियान या आधा लीटर किंग फैक्स दवा मिलाई जाती है। इससे ढाई से तीन घंटे फागिंग हो जाती है। छिड़काव में नियान दवा मिलाई जा रही है।
कहते हैं नगर स्वास्थ्य अधिकारी
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. लवकुश का कहना है कि फागिंग के साथ दवा का छिड़काव किया जा रहा है, लेकिन मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
नगर आयुक्त ने दी सलाह
नगर आयुक्त डॉ. उज्ज्वल कुमार का कहना है कि नगर निगम द्वारा लगातार फागिंग और दवा का छिड़काव किया जा रहा है। जल्द ही इसकी समय अवधि भी बढ़ा दी जाएगी। शहरवासी भी इस बात का ध्यान रखें कि उनके घर के आसपास कहीं पर पानी जमा न हो, ताकि वहां पर मच्छर पैदा न हो सकें।