Good News : महानगर बसों की बदलेगी सूरत और यात्रा होगी आरामदायक Prayagraj News
इलाहाबाद सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की बसों की कार्यशाला झूंसी में है। वहीं पर इन बसों में रंग-रोगन सहित मरम्मत के अन्य कार्य किए जा रहे हैं।
प्रयागराज, [अमरदीप भट्ट]। नगरीय परिवहन सेवा की बसें कुछ दिनों बाद बदली सूरत में नजर आएंगी। जी हां, धीरे-धीरे स्मार्ट होते शहर में बसों को भी स्मार्ट करने के लिए नगरीय परिवहन निदेशालय सक्रिय हो गया है। बसें अभी खटारा हाल में दिख रही हैं। इसमें बदलाव के लिए रंग-रोगन शुरू हो गया है। फिर नए स्टीकर लगेंगे और सीटें भी दुरुस्त की जाएंगी।
झूंसी कार्यशाला में नजर आने लगी है बदली सूरत
इलाहाबाद सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की बसों के लिए कार्यशाला झूंसी में है। वहीं पर इन बसों में रंग-रोगन सहित मरम्मत के अन्य कार्य हो रहे हैं।
रोडवेज के आरएम के पास है प्रभार
नगरीय सेवा की बसें वैसे तो नगरीय परिवहन मंत्रालय के अंतर्गत आती हैं। हालांकि सूबे के जिन सात जिलों में यह बसें संचालित हो रही हैं, उनमें अधिकांश रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक ही इस बस सेवा के भी प्रभारी अधिकारी हैं।
खास बातें
- 01 लाख किलोमीटर चलने के बाद होनी चाहिए मेंटीनेंस
- 07 जिलों में चल रही हैं नगरीय परिवहन निदेशालय की बसें
- 08 बसों में किया जा चुका है रंग-रोगन
- 11 बसें विभिन्न आंदोलन में अब तक जलाए जाने के चलते हो चुकी नीलाम
- 15 फरवरी तक करीब एक सैकड़ा बसों की सूरत बदलने का लक्ष्य
- 31 मार्गों पर किया जाता है इन बसों का संचालन
- 130 बसें प्रयागराज को मिली थीं 2009-10 में
- 119 नगरीय बसें चल रही हैं प्रयागराज शहरी क्षेत्र में
- 50-80 लोग एक बस में एक बार में कर सकते हैं यात्रा
'चलो एप' से पाएं बस की जानकारी
रोडवेज ने जनवरी में ही 'चलो एप' लांच किया है। इसे स्मार्ट फोन पर डाउन लोड कर सकते हैं। एप में आप शहर में नगरीय बस सेवा के निर्धारित मार्ग पर कहीं भी खड़े हों, यदि आपको बस में यात्रा करनी है तो एप पर क्लिक करें। फौरन ही आपके फोन पर उस तरफ आ रही बस का नंबर व दूरी का संदेश आ जाएगा।
रोडवेज प्रयागराज के क्षेत्रीय प्रबंधक ने कहा
रोडवेज के प्रयागराज के क्षेत्रीय प्रबंधक टीकेएस बिसेन कहते हैं कि बसें चल तो रही हैं लेकिन तय दूरी तक (एक लाख किलोमीटर) चलने का मानक पूरा होने पर बॉडी को दुरुस्त करना आवश्यक था। मरम्मत भी तेजी से हो रही है।