Akshaya Tritiya : उदया तिथि से मानने वाले लोग प्रदोष पूजन शाम को भी कर सकेंगे Prayagraj News
ज्योतिषी बृजेंद्र मिश्रा ने कहा कि वस्त्र आभूषण को जुटाए धन को उसे भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा के समय अर्पित करें। लॉकडाउन खुलने पर शुभ योग में उसी धन से आभूषण खरीदें।
प्रयागराज, जेएनएन। अक्षय तृतीया शनिवार को दिन में 11.52 बजे से शुरू हो गई। प्रदोष काल शाम को 6.26 से 8.40 बजे तक रहा। ज्योतिषी बृजेंद्र मिश्रा कहते हैं कि रविवार को भी अक्षय तृतीया का मुहूर्त रहेगा। लोग वृष लग्न में सुबह 6.30 से 8.40 बजे तक, ङ्क्षसह लग्न में 12.58 से 3.12 बजे तक पूजन करें। उदया तिथि से मानने वाले लोग प्रदोष पूजन शाम को भी कर सकते हैं।
बोले ज्योतिषी बृजेंद्र मिश्रा
बृजेंद्र मिश्रा ने कहा कि लॉकडाउन के चलते दुकानें बंद हैं। लोग आभूषण नहीं खरीद पा रहे हैं। ऐसे में वस्त्र और आभूषण के लिए जो धन जुटाए हैं, उस धन को भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की पूजा के समय अॢपत करें। भविष्य में लॉकडाउन खुलने पर जैसे रवि-पुष्य या गुरु-पुष्य योग आए तो उसी धन से वस्त्र या आभूषण की खरीद करें।
अक्षय तृतीया के लिए ऑनलाइन ज्वैलरी की बुकिंग
लॉकडाउन के कारण सराफा बाजार और दुकानें बंद हैं। इसलिए बहुत सी महिलाओं ने अक्षय तृतीया के लिए ऑनलाइन ज्वेलरी की खरीदारी की। मनपसंद गहने खरीदने के लिए महिलाओं ने प्रतिष्ठित ज्वेलरी कंपनियों में ऑनलाइन बुकिंग कराया है। हालांकि गहनों की डिलीवरी लॉकडाउन के बाद ही होगी।
अक्षय तृतीया पर होता था 100 करोड़ का सराफा कारोबार
हर बार अक्षय तृतीया पर्व पर करीब 100 करोड़ रुपये का सराफा कारोबार होता था। वहीं इस बार सराफा कारोबारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। प्रयाग सराफा व्यापार मंडल के अध्यक्ष कुलदीप सोनी बताते हैं कि मीरगंज सराफा मंडी में छोटी-बड़ी करीब तीन हजार दुकानें हैं। मध्यम और निम्न वर्गीय परिवार यहां से सोना खरीदता था लेकिन लॉकडाउन में सभी दुकानें बंद हैं।
बोलीं शहर की महिलाएं
अक्षय तृतीया पर गहने खरीदने का चलन है। दुकानें बंद होने से ऑनलाइन अंगूठी की बुकिंग कराई है। भगवान विष्णु की पूजा करके कोरोना वायरस बीमारी के नाश के लिए दुआ मांगेंगी।
- सरिता दुबे, शिक्षिका
लॉकडाउन का पालन करते हुए गहने की ऑनलाइन बुकिंग कराई है। इस दिन गहने खरीदना शुभ माना जाता है, इसलिए भगवान के पूजन के लिए यह जरूरी है।
- नेहा सिंह, बैंक रोड कटरा
अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने की परंपरा पुरानी है। किसी गहने से ही भगवान विष्णु व लक्ष्मी की पूजा की जाती है, इसलिए ऑनलाइन ज्वेलरी की बुकिंग कराई है।
- ममता सहगल, रेलवे कालोनी सिविल लाइंस
परंपरा के निर्वहन के लिए मैंने एप से अंगूठी की ऑनलाइन बुकिंग कराई है। लॉकडाउन के बाद डिलीवरी होगी, लेकिन शुभ होने के लिए खरीदारी की है।
- स्वाति ओझा, खरगापुर