RCH Portal पर नहीं है बच्चों और गर्भवती महिलाओं का खाका, स्वास्थ्य विभाग उदासीन Prayagraj News
आरसीएच पोर्टल को लेकर स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं। पोर्टल पर बच्चों और गर्भवती महिलाओं का रिकार्ड नहीं है। गांवों की अपेक्षा शहर में अधिक लापरवाही है।
प्रयागराज, जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग की टीम गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए बने आरसीएच पोर्टल को लेकर लगातार लापरवाही बरत रही है। इसकी वजह से गर्भवती महिलाओं व बच्चों का पूरा विवरण आरसीएच (रिप्रोडेक्टिव चाइल्ड हेल्थ) पोर्टल पर नहीं मिल पा रहा है।
...इसलिए लांच किया गया है आरसीएच पोर्टल
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर इस पोर्टल को लांच किया गया है। इसका उद्देश्य है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम गर्भवती महिलाओं, योग्य दंपती व बच्चों का पूरा विवरण घर-घर जाकर एकत्रित करेगी और उसे आरसीएच पोर्टल पर अपलोड करेगी। इसी के आधार पर गर्भवती महिलाओं व जन्म के बाद बच्चों का टीकाकरण किया जाता है। स्थिति यह है कि इसके लिए लगाई गई टीम निष्क्रिय साबित हो रही है। आंकड़ों की बात करें तो पोर्टल पर महज 18 फीसद ही कार्य हो रहा है। लापरवाही के लिए कुछ माह पहले जिलाधिकारी ने बड़ा बघाड़ा व करेली पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी की सेवा समाप्ति का निर्देश दिया था।
क्या है आरसीएच पोर्टल
आरसीएच पोर्टल पर बनाए गए विलेज प्रोफाइल के माध्यम से देश के किसी भी हिस्से में बैठे अधिकारी महिलाओं व बच्चों के स्वास्थ्य से संबंधित कार्यक्रमों व योजनाओं के कार्यान्वयन की स्थिति का पता लगा सकते हैं। इस पर ग्रामवार गर्भवती महिलाओं और बच्चों का डाटा इंट्री करना है और इसी के आधार पर गर्भवती महिलाओं को गर्भधारण करने के समय से लेकर शिशु के जन्म तक उपलब्ध कराई जाने वाली सभी सुविधाएं को अपडेट करना है। जन्म से लेकर दो वर्ष तक बच्चों को नियमित टीकाकरण एवं अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराए जाने का ब्यौरा अपडेट करना है। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों और महिलाओं से संबंधित स्वास्थ्य सेवाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में पारदर्शिता लाना है।
बोले आरसीएच पोर्टल के नोडल अधिकारी
एसीएमओ व आरसीएच पोर्टल के नोडल अधिकारी डॉ. सत्येन राय कहते हैं कि नया पोर्टल होने की वजह से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को समझने में कुछ परेशानी हो रही थी। हालांकि अब इसमें तेजी लाई जा रही है। प्रतिदिन संख्या बढ़ रही है।