प्रयागराज में अपराधिक घटनाओं का बढ़ा ग्राफ, क्राइम ब्रांच और एसओजी में भी बदलाव की सुगबुगाहट Prayagraj News
प्रयागराज में अपराध बढ़ रहा है लेकिन क्राइम ब्रांच और एसओजी की टीमें कोई नतीजा नहीं दे पा रही हैं। थाना प्रभारियों को हटा दिया गया है। अब इन दोनों टीमों पर भी कार्रवाई संभव है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज जनपद में लगातार सामूहिक हत्या की वारदातों के बीच क्राइम ब्रांच और दोनों एसओजी की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। बड़ी वारदातों में सक्रिय होने वाली स्पेशल टास्क फोर्स भी किसी काम नहीं आ रही है। ऐसे में यह भी सवाल उठता है कि जब सामूहिक कत्ल की घटना के बाद सोरांव, मांडा, कोरांव के थाना प्रभारियों और सीओ को हटाया गया तो क्राइम ब्रांच पर रहम क्यों। सर्विलांस के बिना नाकाम रहने वाली क्राइम ब्रांच और दोनों एसओजी में भी बदलाव की सुगबुगाहट है।
सीओ, थाना प्रभारी हटे पर कातिलों का पता नहीं
सोरांव में पांच जनवरी की रात युसूफपुर गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या की वारदात को पांच माह से ज्यादा हो रहे हैं। इलाके के सीओ और थाना प्रभारी को बदल दिया गया लेकिन कातिलों की गिरफ्तारी में नाकाम क्राइम ब्रांच पर कोई कार्रवाई अब तक नहीं की गई। इस महीने तीन सामूहिक कत्ल हुए। प्रीतम नगर की घटना में मौके पर ही परिवार के कातिल ने सब कुछ उगल दिया तो उसका राजफाश हो गया।
मांडा में सामूहिक हत्याकांड में भी क्राइम ब्रांच के हाथ खाली
वहीं मांडा में सात जुलाई को पति-पत्नी और बेटी की गला रेतकर हत्या की घटना में 17 रोज बाद भी क्राइम ब्रांच के हाथ खाली हैं। मांडा थानाध्यक्ष और सीओ को हटा दिया गया। कोरांव थाना प्रभारी को भी लाइन हाजिर कर दिया गया लेकिन एसओजी यमुनापार और क्राइम ब्रांच के अफसरों पर फिलहाल आंच नहीं आई।
बोले, आइजी रेंज
आइजी रेंज केपी सिंह का कहना है कि जल्द नतीजा नहीं देने पर क्राइम ब्रांच और एसओजी के भी कर्मचारियों को जरूर बदला जाएगा।