कुंभ मेले में श्रद्धालुओं को सिक्के और छोटी नोट मुहैया कराना चुनौती
कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को सिक्के और छोटी नोट मुहैया कराना आसान नहीं होगा। करोड़ों की भीड़ में इसकी अत्यधिक जरूरत पड़ेगी।
प्रयागराज : कुंभ मेले में जिस हिसाब से सिक्के और छोटी नोट की मांग अभी से हो रही है, उससे आगे भी सिक्के और छोटी नोट मुहैया कराना बैंकों के लिए बड़ी चुनौती होगी। कुंभ मेले में अखाड़ों, बड़े साधु-संतों और संस्थाओं के पंडाल लगने लगे हैं। कई संस्थाओं ने अन्न क्षेत्र भी शुरू कर दिया है। मकर संक्रांति से इसमें और तेजी आएगी।
सिक्कों की मांग अभी से ही प्रतिदिन 20 से 22 हजार
कुंभ मेला करीब डेढ़ महीने रहेगा। इसमें करोड़ों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। अखाड़ों, साधु-संतों एवं अन्य संस्थाओं की ओर से बड़े पैमाने पर अन्न क्षेत्र भी चलेगा। अन्न क्षेत्र में दक्षिणा के अलावा मेले में दान-पुण्य भी खूब किया जाता है। इसके लिए सिक्के और छोटी नोट की ज्यादा जरूरत पड़ती है। सिक्कों की मांग अभी से ही प्रतिदिन 20 से 22 हजार हो गई है। मेले के पीक पर होने पर सिक्कों की मांग करीब तीन से चार गुना तक बढ़ जाने की उम्मीद है। वहीं, 10, 20, 50 और 100 रुपये की नोट की मांग भी बढ़ेगी।
निदेशक संस्थागत वित्त ने सभी शाखाएं न खुलने पर जताई चिंता
मेले में बैंक की 22 शाखाएं और 50 एटीएम खोले जाने हैं। सभी शाखाएं और एटीएम पांच जनवरी तक शुरू हो जाने थे। हालांकि कई बैंकों की शाखाएं अभी नहीं खुलीं। इसको लेकर निदेशक संस्थागत वित्त ने चिंता जताई है। गुरुवार को लखनऊ में बैंकों के शीर्ष अफसरों के साथ उन्होंने बैठक की थी। अफसरों ने अगले सप्ताह तक सभी शाखाएं चालू होने का आश्वासन दिया है।
आधार सेंटर भी खुलेगा
इलाहाबाद बैंक सेक्टर नौ में आधार सेंटर भी खोलेगा। सेंटर पर श्रद्धालु अपना आधार कार्ड बनवा सकेंगे।
कहते हैं बैंक अधिकारी
इलाहाबाद बैंक के उप महाप्रबंधक हरिमोहन का कहना है कि सिक्कों के लिए सेक्टर दो में एक वेंडिंग मशीन लगाई गई है। अभी पर्याप्त सिक्के मिल रहे हैं। लेकिन आगे सिक्के और छोटी नोट उपलब्ध कराना चुनौती होगी। आरबीआई से नई और छोटी नोटों की मांग हुई है, लेकिन इस पर अभी निर्णय नहीं हो सका है।
कानपुर में हुई थी बैठक
लीड शाखा प्रबंधक प्रयागराज, ओएन सिंह ने बताया कि 29 दिसंबर को आरबीआइ कानपुर के उच्च अधिकारियों ने यहां बैंक के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। श्रद्धालुओं को पर्याप्त मात्रा में नकदी उपलब्ध कराने पर चर्चा हुई थी। नई करेंसी की मांग पर जल्द उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया था। बताया गया था कि पहले भी पर्याप्त करेंसी दी जा चुकी है।