पेपर लीक मामले में सीसीटीवी फुटेज खंगाले
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय के बीएससी द्वितीय वर्ष की गणित परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच शुरू।
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय के बीएससी द्वितीय वर्ष की गणित परीक्षा के पेपर लीक मामले में 30 कॉलेजों के सीसीटीवी फुटेज को मंगाया गया है। इन फुटेज के आधार पर आगे की जांच तय होगी। फिलहाल कुलभास्कर आश्रम पीजी कॉलेज समेत छह पीजी कॉलेजों के सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी गई है।
इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय की बीएससी द्वितीय वर्ष गणित का पर्चा शनिवार को लीक हो गया था। इसके बाद पेपर निरस्त कर दिया गया है। यह पेपर कब होगा अभी यह तय नहीं है। फिलहाल इससे करीब 25 हजार छात्र प्रभावित हुए हैं। इस बीच, मामले की जांच साइबर सेल व एसटीएफ ने शुरू कर दी है। मास्टर माइंड का पता लगाने के लिए सोमवार को को कुलभास्कर आश्रम पीजी कॉलेज समेत छह महाविद्यालयों के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। नोडल केंद्र बनाए गए इस कॉलेज से संबद्ध 30 परीक्षा केंद्रों से सीसीटीवी फुटेज मंगाया है। उम्मीद की जा रही है कि बाकी महाविद्यालयों से भी सीसीटीवी फुटेज एक-दो दिन में मिल जाएगा। एसटीएफ भी मास्टर माइंड तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। आरोपी छात्र-छात्राओं के मोबाइल डेटा को भी रिकवर किया जा रहा है। इसके लिए फोन को कब्जे में ले लिया गया है। माना जा रहा है कि डेटा विद्यार्थियों ने डिलीट कर दिया है। मोबाइल फोन को लखनऊ भेजने की तैयारी है।
राज्य विश्वविद्यालय के परीक्षा केंद्र कुलभास्कर आश्रम पीजी कॉलेज में बीएससी गणित का द्वितीय प्रश्नपत्र का पेपर आउट हो गया था। पेपर परीक्षा शुरू होने से करीब दो घंटा पूर्व ही वाट्सएप ग्रुप व मैसेंजर पर वायरल हुआ। मामला खुला तो कुलभास्कर आश्रम पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ज्योति शंकर ने पाच परीक्षार्थियों समेत छह के खिलाफ जार्जटाउन थाने में एफआइआर दर्ज कराई। विश्वविद्यालय ने आरोपितों को तीन साल के लिए डिबार कर दिया है। शनिवार की देर शाम विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति की आपात बैठक हुई। इसमें विवि प्रशासन ने सभी जिलों में स्थित केंद्रों पर बीएससी गणित द्वितीय प्रश्न पत्र की शनिवार को हुई परीक्षा को निरस्त करने का फैसला लिया।
वंदना, मुस्कान, सौम्या श्रीवास्तव, शिवम, सुमन वर्मा, निधि उर्फ शिवम एवं बाहरी छात्र शाहबाज खान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। कुलपति प्रो. राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि पेपर कैसे और किसने आउट किया, इसकी जांच एसटीएफ व साइबर सेल को सौंप दी गई है। जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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