खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए चल रहा है जांच अभियान
महीने की शुरुआत में ही आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तर प्रदेश व जिलाधिकारी डॉ. रूपेश कुमार के आदेश पर नवरात्र एवं दशहरा से लेकर दीपावली तक मिलावटी खाद्य पदार्थो के विक्रय पर प्रभावी रोकथाम को अभियान चलाया गया।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ में इन दिनों पर्व की आड़ में खाद्य सामग्रियों में मिलावट की आशंका बढ़ गई है। तमाम दुकानदार मुनाफा अधिक कमाने के चक्कर में लोगों की सेहत से खेल रहे हैं। ऐसे में जिले में इनका खेल बिगाडऩे को खाद्य विभाग का सचल दल घूमने लगा है। वह हर दिन कहीं न कहीं खाद्य प्रतिष्ठानों का नमूना संग्रहित कर प्रयोगशाला भेज रहा है। इस महीने 45 नमूने भेजे गए हैं।
नवरात्र से पहले अभियान शुरू
महीने की शुरुआत में ही आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तर प्रदेश व जिलाधिकारी डॉ. रूपेश कुमार के आदेश पर नवरात्र एवं दशहरा से लेकर दीपावली तक मिलावटी खाद्य पदार्थो के विक्रय पर प्रभावी रोकथाम को अभियान चलाया गया। इसमें विशेषकर सिंघाड़े का आटा, कुट्टू का आटा एवं अन्य फलाहार की शुद्धता एवं गुणवत्ता सुनिश्चित कराए जाने व हानिकारक रसायनों द्वारा कृत्रिम रूप में पकाए गए फलों के भंडार व बिक्री को प्रतिबंधित करने के उद्देश्य से तथा आम जनमानस को सुरक्षित खाद्य एवं पेय पदार्थ उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया, यह जारी भी है।
कई दुकानों से लिए नमूने
इस बारे में जिले के अभिहित अधिकारी धीरेंद्र प्रताप सिंह बताते हैं कि मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार राय के नेतृत्व में खाद्य सचल दल द्वारा जनपद के विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर खाद्य पदार्थो का नमूना संग्रहित किया गया। खाद्य सचल दल ने शीतलागंज स्थित आलोक किराना मर्चेंट से बेसन का नमूना, चौक मेन रोड पट्टी स्थित अब्दुल सलाम की दुकान से काली तिल साबुत का नमूना तथा चौक पट्टी स्थित अब्दुल रउफ की दुकान से साबूदाना का नमूना संग्रहित किया। सभी नमूने विश्लेषण के लिए खाद्य विश्लेषक प्रयोगशाला भेजा गया।
जांच रिपोर्ट मिलने पर होगी कार्रवाई
खाद्य विश्लेषक की जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरान्त अग्रिम विधिक कार्यवाही की जायेगी। खाद्य सचल दल द्वारा मिठाई की दुकानों का निरीक्षण कर खाद्य कारोबारकर्ताओं को निर्मित मिठाईयों के ट्रे व कंटेनरों पर बेस्ट बिफोर की तिथि एवं पकाने का माध्यम घी, वनस्पति, रिफाइंड व तेल अंकित करने के निर्देश दिए गए। इस कार्य में रत्नेश कुमार, बालेंदु शेखर मंगल मूर्ति तथा जनार्दन ङ्क्षसह खाद्य सुरक्षा अधिकारीगण को जिम्मेदारी दी गई है।