राठी के नाम पर धमकाने वाला निकला अपना ही रिश्तेदार
बागपत जेल से राठी बनकर कारोबारी को धमकी देने वाला उनका ही रिश्तेदार निकला। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। उसने कहा कि मोबाइल किसी और के पास था।
प्रयागराज : 'बागपत जेल से राठी बोल रहा हूं। मुन्ना बजरंगी को मैंने ही मारा है। मैं अपना आदमी भेजूंगा तो पैसे दे देना। चालाकी की तो जान से मारे जाओगे'। कारोबारी राधेश्याम तिवारी को ऐसी धमकी देने वाला और कोई नहीं बल्कि उनका ही रिश्तेदार निकला। पुलिस ने जब रिश्तेदार को उठाकर पूछताछ की तो बताया कि उनका फोन किसी और के पास था। धमकी देने के बारे में उसे कुछ नहीं मालूम। पुलिस अब रिश्तेदार के मोबाइल की कॉल डिटेल की रिपोर्ट निकलवा रही है, ताकि सच्चाई का पता चल सके।
14 जनवरी की रात में कारोबारी के मोबाइल पर मिली थी धमकी
बाई का बाग मुहल्ले में रहने वाले राधेश्याम तिवारी कारोबारी हैं। 14 जनवरी की रात करीब नौ बजे उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले शख्स ने खुद का नाम राठी बताते हुए बागपत जेल से बोलने की बात कही। इसके बाद मुन्ना बजरंगी की हत्या का जिक्र करते हुए लाखों रुपये की रंगदारी मांगी। 18 जनवरी को दूसरे नंबर से उनके मोबाइल पर एक बार फिर से फोन आया। इस बार उधर से कहा गया कि 23 जनवरी को हमारा आदमी जाएगा, चुपचाप पैसा दे देना नहीं तो जान से मार दिए जाओगे।
कीडगंज थाने में दर्ज कराई थी रिपोर्ट
धमकी से कारोबारी और उनका परिवार दहशत में आ गया। सहमे कारोबारी ने एसएसपी दफ्तर पहुंचकर लिखित शिकायत दर्ज कराई। इस पर कीडगंज पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी। इंस्पेक्टर कीडगंज राजकुमार शर्मा ने बताया कि धमकाने वाला सुनील राठी नहीं था। कारोबारी को एक रिश्तेदार के मोबाइल फोन से कॉल करके धमकाया गया था। उससे पूछताछ की गई है।