Janta Curfew : हेलो...जैसे ही साधन मिलेगा मैं घर पहुंच जाऊंगा, आप परेशान न हों Prayagraj News
प्रयागराज शहर में भी सुबह सात बजे से जनता कर्फ्यू शुरू हो चुका है। रोडवेज बस स्टेशनों से लेकर शहर के तमाम इलाकों में इसका असर दिख रहा है। साधन न मिलने से यात्री बेचैन हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। जनता कर्फ्यू सुबह सात बजे से शुरू हो चुका है। जहां एक दिन पहले घर पहुंच जाने की लोगों में बेचैनी थी, वही हाल आज रविवार को भी सुबह से नजर आ रहा है। जिन्हें जानकारी थी कि बसें नहीं चलेंगी, वह तो घरों से नहीं निकले। जो बाहर से आकर अपने घरों को जाना चाह रहे थे या जिन्हें जनता कर्फ्यू के दिन बसों के संचालन ठप रहने की जानकारी नहीं थी, वह सुबह से ही परेशान हैं। ऐसे लोग बसों के बारे में जानकारी लेने का प्रयास करते रहे तो कभी फोन से अपने परिवार के लोगों से बात करके बताते रहे कि कोई साधन नहीं मिल रहा, देखो किसी तरह से आते हैं। यह हाल शहर के चारों प्रमुख बस स्टेशनों पर रहा।
शनिवार को भी बसें कम संख्या में चली थीं
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए रोडवेज के संविदा पर कार्यरत ड्राइवर और परिचालकों ने शनिवार को ड्यूटी पर पहुंचने से परहेज किया। इससे बसें कम संख्या में चलीं। फैजाबाद, गोंडा, बहराइच, बस्ती, दोस्तपुर, टांडा जाने वाली बसों का प्लेटफार्म अधिकांश समय पूरी तरह से खाली रहा। कानपुर, वाराणसी, गोरखपुर की ओर जाने वाली बसें भी दोपहर होते-होते प्लेटफार्म से गायब हो गईं। लखनऊ के लिए जनरथ और पिंक सेवा बसें अपने समय पर गईं। जबकि जीरो रोड डिपो से मध्य प्रदेश और बुंदेलखंड के जिलों के लिए बसें सवारियों का इंतजार करती रहीं। जिन्हें अपने गृहनगर जाने के लिए बसें नहीं मिलीं उन्हें प्राइवेट गाडिय़ों से अधिक किराया देकर जाना पड़ा।
सवारी वाहन न मिलने से सुबह से ही परेशान रहे लोग
जनता कफ्र्यू सुबह सात बजे से शुरू हो चुका है। सिविल लाइंस में बस अड्डे और हनुमान मंदिर चौराहे से लेकर लोक सेवा आयोग चौराहा, बेली हॉस्पिटल, तेलियरगंज, जीरोरोड बस अड्डा, लीडर रोड, मानसरोवर चौराहा समेत शहर के अन्य मुहल्लों में लोग अपनी सामानों और बच्चों, महिलाओं व बुजुर्गों के साथ पैदल जाते नजर आए। कोई वाहन दिख जाता तो उसमें पहले बैठने के लिए धक्का-मुक्की भी हुई।