बीटीसी पेपर लीक प्रकरण के आरोपित आशीष की गई जान
पैर में गहरा जख्म हुआ जो डायबिटीज के चलते ठीक नहीं हो रहा था। 29 दिसंबर को प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल भेजा था। बुधवार को एसजीपीजीआइ लखनऊ ले जाते वक्त तोड़ दिया दम।
प्रयागराज : बीटीसी पेपर लीक प्रकरण में जिला जेल में बंद आरोपित आशीष अग्रवाल की रायबरेली के जिला अस्पताल में मौत हो गई। पैर में गहरा जख्म हुआ जो डायबिटीज के चलते ठीक नहीं हो रहा था। 29 दिसंबर को प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल भेजा था। बुधवार को एसजीपीजीआइ लखनऊ ले जा रहे थे। हालत गंभीर होने पर रायबरेली के जिला अस्पताल में ले गए, रात करीब आठ बजे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया गया।
बीटीसी चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा आठ अक्टूबर को होनी थी। इसके एक दिन पहले ही पहला पेपर व्हाट्सएप पर लीक हो गया। अधिकारियों ने जांच शुरू की तो एक-एक कर आठों पेपर लीक होने की बात सामने आई। जिला विद्यालय निरीक्षक ने मंझनपुर में कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराकर परीक्षा नियामक को सूचना दी थी। इसके बाद प्रदेश भर की परीक्षा निरस्त कर दी गई। कौशांबी पुलिस व एसटीएफ ने जांच की तो परीक्षा नियामक से जानकारी मिली कि दीप्ती इंटरप्राइजेज को केंद्रों तक पेपर पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी थी।
एसटीएफ ने दीप्ती इंटरप्राइजेज की मालकिन के पति आशीष अग्रवाल पुत्र एसके अग्रवाल निवासी फ्लैट नंबर 307 महालक्ष्मी अपार्टमेंट, बलरामपुर हाउस कर्नलगंज प्रयागराज को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने प्रिंटिंग प्रेस के मालिक अरविंद भार्गव पुत्र द्वारिका नाथ निवासी बाई का बाग कीडगंज प्रयागराज को भी गिरफ्तार किया। दोनों 13 अक्टूबर से कौशांबी की जेल में बंद थे। सूचना पाकर परिवार वालों को पोस्टमार्टम के बाद शव सुपुर्द कर दिया।
साथी अरविंद भी अस्पताल में भर्ती :
जेल में बंद अरविंद भार्गव को भी ब्लडप्रेशर की बीमारी है। 29 दिसंबर को अरविंद को भी प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया। हालत में सुधार है लेकिन चिकित्सकों ने कहा कि आराम की जरूरत है।
हालत बिगडऩे के चलते रायबरेली में भर्ती कराया, जहां आशीष की मौत हो गई। जबकि अरङ्क्षवद का इलाज प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में चल रहा है।
- बीएस मुकुंद, प्रभारी अधीक्षक, जिला जेल।