बीएसएनएल ने चार विभागों से मांगा आठ करोड़ का हर्जाना Prayagraj News
चार विभागों पर आठ करोड़ से अधिक हर्जाने की मांग बीएनएनएल ने की है। यह रकम मिलने पर विभाग खराब पड़ी लाइनों को दुरुस्त करके संचार सेवा बहाल करेगा।
प्रयागराज, जेएनएन। स्मार्ट सिटी के तहत हो रहे काम और कुंभ के दौरान हुए कामों के चलते भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की केबल पिछले दिनों कई जगह कटी थी। इससे बीएसएनएल को भारी नुकसान हुआ है। नुकसान भी ऐसा कि उसकी संचार व्यवस्था चरमरा गई। विभागीय बजट न होने के कारण वह इसे दुरुस्त भी नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में बीएसएनएल ने चार विभागों पर आठ करोड़ से अधिक का हर्जाना मांगा है।
यह रकम मिलने पर विभाग खराब पड़ी लाइनों को दुरुस्त करके संचार सेवा बहाल करेगा।
स्मार्ट सिटी के तहत हुए शहर में काम
2019 का महाकुंभ बीत चुका है। इस कुंभ के लिए करीब दो साल पहले से तैयारी चल रही थी। उसी दौरान प्रयागराज को स्मार्ट सिटी बनाने का भी काम शुरू हो गया। महाकुंभ और स्मार्ट सिटी के लिए शहर भर की सड़कों को चौड़ा किया गया। अधिकतर सड़कों के चौड़ीकरण और सुंदरीकरण का काम प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने किया। गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई ने दशकों पुरानी सीवर लाइन की जगह नई सीवर लाइन डाली। पीडीए ने बिजली की लाइनें भी अंडर ग्राउंड की। वहीं शहर के आउटर में हुए विद्युतीकरण के लिए बिजली विभाग ने भी खुदाई की।
खोदाई से बीएसएनएल की टेलीफोन व ब्राडबैंड केबल कटी
इन सब कामों के लिए अधिकतर सड़कों को खोदा गया। इन सड़कों के नीचे बीएसएनएल की दशकों पुरानी टेलीफोन और ब्राडबैंड की केबल पड़ी थी। खुदाई के चलते वह जगह-जगह से कट गई। इससे लैंडलाइन और ब्राडबैंड के 20 हजार से अधिक कनेक्शन ठप हो गए।
किस विभाग ने कितना किया नुकसान
बीएसएनएल के महाप्रबंधक एमएम अग्निहोत्री ने बताया कि पीडीए से 4.68 करोड़, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई से 4.35 करोड़, लोक निर्माण विभाग से 23 लाख और बिजली विभाग से 20 लाख का हर्जाना मांगा है। हर्जाना दिलाने के लिए कमिश्नर से अनुरोध किया था। उन्होंने भी संबंधित विभागों को निर्देशित किया है। इन निर्माण कार्यो के चलते बीएसएनएल का भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। विभागीय बजट न होने के कारण खराब हुई संचार सेवा अब तक बहाल नहीं कर पा रहे हैं।