इन बहादुर जांबाजों के जज्बे को सलाम, गणतंत्र दिवस पर होंगे सम्मानित
गणतंत्र दिवस पर प्रतापगढ़ के नौ पुलिस कर्मियों को उनकी बहादुरी के लिए सराहनीय सेवा सम्मान चिह्न से सम्मानित किया जाएगा।
फोटो-23 पीआरटी-21, 22, 23 व 24
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प्रयागराज : अपराध रोकने में जहां कुछ दारोगा, एसओ फेल हो जाते हैं, वहीं कुछ ऐसे सिपाही, दारोगा, इंस्पेक्टर हैं, जिन्होंने बदमाशों को पस्त करके खाकी का रुतबा बढ़ाने का काम किया है। प्रतापगढ़ जनपद के ऐसे ही जांबाज पुलिस के नौ जवानों को गणतंत्र दिवस पर सराहनीय सेवा सम्मान चिह्न से सम्मानित किए जाने की संस्तुति की गई है।
जान पर खेलकर पूरे कुनबे की बचाई जान
एएसपी पूर्वी के कार्यालय में तैनात सिपाही शशांक सिंह ने 17 जून 2015 को अदम्य साहस का परिचय दिया था। उस दिन सांगीपुर थाना क्षेत्र के घुइसरनाथ धाम के पास कोटेदार रमेश वर्मा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। रमेश के परिजन समेत ग्रामीणों ने हत्या का आरोप लगाते हुए तत्कालीन प्रधान नन्हई जायसवाल के घर फूंक दिया था। जलता सिङ्क्षलडर अंदर फेंक दिया था। घर में रहे दर्जन भर लोग छत पर चढ़कर जान बचाने की गुहार लगा रहे थे। मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों पर पथराव कर दिया। पुलिस पीछे हट गई थी। तभी एएसपी पश्चिमी दिनेश सिंह के साथ शशांक फोर्स के साथ पहुंचे। हवाई फायङ्क्षरग करते हुए एएसपी ने ग्रामीणों को पीछे किया। एएसपी के साथ शशांक ने भी मोर्चा संभाला था। इसके अलावा क्राइम ब्रांच, चुनाव सेल, डीसीआरबी में इन्होंने उत्कृष्ट कार्य किया। शशांक को 13 साल की नौकरी में 32 बार नकद पुरस्कार मिला है।
बंद करा दी असलहों की तस्करी
फतनपुर एसओ इंस्पेक्टर देवेंद्र प्रताप सिंह ने जिले में तैनाती के बाद जून 2018 में मानधाता एसओ का कार्यभार ग्रहण किया। मानधाता इलाके में असलहा की तस्करी बड़े पैमाने पर होती थी। इन्होंने असलहा सप्लायर मुजीब, लतीफ को जेल भेजकर पूरे गैंग का राजफाश किया। वहीं शातिर लुटेरे हसीब, हिसामुद्दीन को जेल भेजा और उनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की। इस समय वह फतनपुर में तैनात हैं। इन्हें अपनी 28 साल की नौकरी में 138 बार नकद पुरस्कार मिल चुका है।
वंशीधर और उदय हैं खाकी के शान
सांगीपुर थाने में साल भर से तैनात एसआइ वंशीधर राय ने कुछ महीने पहले 15 हजार के इनामी बदमाश जलील को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। जलील लखनऊ के हसनगंज थाना क्षेत्र में वर्ष 2016 में हुई महिला की हत्या में फरार चल रहा था। यही नहीं, जो पुलिस चोरी गई बाइक को पता नहीं लगा पाती है, वहीं इन्होंने सांगीपुर इलाके से चोरी हुई बोलेरो को जौनपुर जिले से बरामद किया था। मानिकपुर थाने में तैनात एसआइ उदय प्रताप सिंह कई लुटेरों को पकड़कर जेल भेज चुके हैं। विवेचनाओं के निस्तारण में इनकी प्रगति हमेशा बेहतर रहती है। इन्हें 21 साल की नौकरी में 44 बार नकद पुरस्कार मिल चुका है।
इनके नाम की हुई है संस्तुति
नाम पद तैनाती स्थल
देवेंद्र प्रताप सिंह इंस्पेक्टर फतनपुर
वंशीधर राय एसआइ सांगीपुर
उदय प्रताप सिंह एसआइ मानिकपुर
ङ्क्षवध्याचल सिंह एचसीपी एसपी कार्यालय
हरिनाथ सिंह एचसीपी पुलिस लाइन
शशांक सिंह कांस्टेबल एएसपी पूर्वी कार्यालय
दीनानाथ शुक्ल कांस्टेबल एएसपी पूर्वी कार्यालय
विजय कुमार गौतम कांस्टेबल मीडिया सेल
पंकज दुबे कांस्टेबल संबद्ध आइजी कार्यालय