एसआरएन अस्पताल में बाथरूम की खिड़की तोड़कर बदमाश फरार, सुरक्षा में तैनात सिपाही सस्पेंड, दर्ज हुआ मुकदमा Prayagraj News
फरार बदमाश गुलशन को कौशांबी पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। उसके पैर में गोली लगी थी। उसे स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आरोपित की अभिरक्षा में तैनात दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
प्रयागराज, जेएनएन। मंडल के सबसे बड़े स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल से सोमवार देर रात मुठभेड़ में घायल शातिर बदमाश गुलशन त्रिपाठी बाथरूम की खिड़की की जाली तोड़कर फरार हो गया था। जब डाक्टर उसे दवा देने के लिए पहुंचे तो पुलिसकर्मियों को भी उसके भागने की जानकारी हुई। सूचना पर कोतवाली इंस्पेक्टर विनोद कुमार समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए। आरोपित की अभिरक्षा में तैनात दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। जबकि रिपोर्ट दर्ज कर फरार आरोपित की तलाश की जा रही है।
कौशांबी पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़ा था, बदमाश गुलशन के पैर में लगी है गोली, एसआरएन में चल रहा इलाज
कौशांबी जनपद के सराय अकिल थाना क्षेत्र के कनेली गांव निवासी इंद्रपाल त्रिपाठी का पुत्र गुलशन त्रिपाठी शातिर बदमाश है। उस पर कई मामले दर्ज हैं और वह सरायअकिल थाने का हिस्ट्रीशीटर होने के साथ ही कौशांबी का टॉप टेन अपराधी है। तीन दिन पहले हुए दुष्कर्म के मामले में सराय अकिल पुलिस ने उसे मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। उसके पैर में गोली लगी थी। उसे स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकी निगरानी में सरायअकिल थाने के सिपाही जितेंद्र कुमार और शोले को तैनात किया गया था। कौशांबी एसपी अभिनंदन ने प्रथम दृष्टया सिपाहियों की लापरवाही मानते हुए दोनों को निलंबित कर दिया है।
गेट पर खड़े रहे सिपाही और पीछे से भाग निकला बदमाश
सोमवार देर रात गुलशन त्रिपाठी उठा और वार्ड में भर्ती मरीज से कहा कि बाथरूम जा रहा है। कुछ देर बाद डॉक्टर उसे दवाई देने पहुंचे तो वह बेड पर नहीं था। जिस पर बाहर दरवाजे पर तैनात दोनों सिपाहियों को बताया गया। सिपाही ने वार्ड में भर्ती मरीजों से पूछा तो पता चला कि वह बाथरूम गया है। सिपाही वहां पहुंचे तो देखा कि पीछे की तरफ लगी जाली टूटी थी। इसके बाद सूचना कोतवाली के साथ ही कौशांबी पुलिस को दी गई। कई अफसर मौके पर पहुंच गए। इंस्पेक्टर कोतवाली विनोद कुमार का कहना है कि सिपाहियों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
वार्ड नंबर दो के बेड नंबर 27 पर था भर्ती
गुलशन को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के वार्ड नंबर दो में बेड नंबर 27 पर भर्ती कराया गया था। रात को कई बार अभिरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी उसकी टोह लेते थे। लेकिन सोमवार रात 12 बजे के बाद पुलिसकर्मी उसके पास नहीं गए। बेड पर वह कंबल डाल रखा था। दूर से ऐसा लग रहा था कि वह सो रहा है। सिपाहियों ने दरवाजे के पास से उसे देखा भी तो सोचा कि वह सो रहा है, जिस कारण वह निश्चिंत थे।
एएसपी कौशांबी करेंगे पुलिसिया लापरवाही की जांच
गुलशन के फरार होने पर निगरानी में लगाए गए दो सिपाहियों की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन का कहना है कि निगरानी के लिए लगाए गए सिपाहियों की लापरवाही प्रथम ²ष्ट््या प्रतीत हो रही है। दोनों को निलंबित कर दिया गया है। फिर भी मामले की जांच एएसपी से कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर सिपाहियों पर कार्रवाई की जाएगी। आरोपित की तलाश में सीओ चायल, सरायअकिल थानाध्यक्ष व एसओजी प्रभारी की टीम को लगा दिया गया है।