मनरेगा का जॉब कार्ड बनाने में ब्लाक कर्मचारी कर रहे हैैं गड़बड़ी, जांच में मिली लापरवाही
जॉब कार्ड बनाने के नाम पर भी ब्लाक कर्मी खेल कर रहे हैं। नियम है कि जॉब कार्ड बनाने के दौरान पहले लाभार्थी का नाम पता फोटो आधार नंबर बैंक का खाता नंबर आदि सबमिट किया जाता है।
प्रयागराज, जेएनएन। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में मनरेगा का जॉब कार्ड बनाने में ब्लाक प्रशासन द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। जॉब कार्ड में किसी का नाम और अन्य विवरण नहीं दर्ज किया जा रहा है जबकि उसकी ऑनलाइन फीग की जा रही है। परियोजना निदेशक डॉ. आरसी शर्मा की जांच में यह मनमानी पकड़ में आई। उन्होंने पटल लिपिक रोमेश कुमार को तलब किया है।
परियोजना निदेशक ने पकड़ी गड़बड़ी
जॉब कार्ड बनाने के नाम पर भी ब्लाक कर्मी खेल कर रहे हैं। नियम है कि जॉब कार्ड बनाने के दौरान पहले लाभार्थी का नाम, पता, फोटो, आधार नंबर, बैंक खाता नंबर आदि सबमिट किया जाता है। इसके बाद ही उसकी कंप्यूटर में फीङ्क्षडग होती है, लेकिन ब्लाकों में ऐसा नहीं हो रहा है। जॉब कार्ड में ऐसा कोई जिक्र नहीं हो रहा है, जबकि सदर के बनबीर काछ गांव में कई जॉब कार्डधारकों की फीङ्क्षडग कर दी गई। परियोजना निदेशक की जांच में यह फर्जीवाड़ा पकड़ में आया।
पीडी ने बीडीओ को दी जानकारी
इस धांधली में ब्लाक के मनरेगा एकाउंटेंट व अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी शामिल हैं। पीडी ने मामले की जानकारी बीडीओ सदर डॉ. आकांक्षा सिंह को दी। उन्होंने पीडी से कहा कि आगे से इस तरह की दिक्कत नहीं आएगी। जॉब कार्ड में पूरा विवरण भरने के बाद ही उसकी फीडिं कराई जाएगी। परियोजना निदेशक ने बताया कि कर्मियों द्वारा घोर लापरवाही बरती जा रही है। ऐसे में उन पर कार्रवाई भी होगी। बीडीओ सदर ने बताया कि जो कमियां हैं, उसे दूर कराया जा रहा है।