World Wildlife Day : चांद खमरिया के कंजर्वेशन रिजर्व में दो साल में काले हिरणों की संख्या हुई दोगुनी Prayagraj News
मेजा के चांद खमरिया में काले हिरणों का संरक्षण तीन साल पहले शुरू हुआ था। इसे कंजर्वेशन रिजर्व का दर्जा दो साल पहले मिला। यहां दो साल में इनकी संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है।
प्रयागराज, जेएनएन। आज विश्व वन्यजीव दिवस है, इसलिए इसका जिक्र करना जरूरी है कि वन्य जीवों के संरक्षण के लिहाज से प्रयागराज में तो अच्छे संकेत हैं। क्योंकि जिले से करीब 40 किमी दूर स्थित मेजा के चांद खमरिया में दो साल में काले हिरणों की संख्या करीब दोगुना हो गई है। बता दें कि यही एकमात्र जिले में स्थान है, जहां वन्य जीवों का संरक्षण हो रहा है। खास बात यह कि यह प्रदेश का इकलौता कंजर्वेशन रिजर्व है।
मेजा का चांद खमरिया प्रदेश में काले हिरणों के संरक्षण का इकलौता कंजर्वेशन रिजर्व
चांद खमरिया में काले हिरणों का संरक्षण करीब तीन साल पहले शुरू हुआ था। हालांकि इसे कंजर्वेशन रिजर्व का दर्जा दो साल पहले मिला। करीब 29 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले इस कंजर्वेशन रिजर्व में शुरुआत में काले हिरणों की संख्या करीब साढ़े तीन सौ थी, लेकिन दो साल में इनकी संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। मौजूदा समय में इनकी संख्या करीब सात सौ के आसपास बताई जा रही है। हालांकि, वन विभाग की ओर से बरसात के पहले इनकी गणना फिर से कराए जाने की तैयारी है।
हिरणों के संरक्षण का यहां है प्रबंध
हिरणों के पानी पीने के लिए 12 तालाब भी बने हैं। इसमें से आठ तालाब पक्के और चार कच्चे हैं। इन तालाबों में शुद्ध जलापूर्ति के लिए तीन सब मर्सिबल भी लगाए गए हैं। हरियाली के लिए लेंटाना घास भी उगाई गई है। जिसकी देखरेख माली और वन गार्ड करते हैं। वहीं, हिरणों की निगरानी के लिए एक वॉच टॉवर भी बना है। वॉच टॉवर पर आठ-आठ घंटे के हिसाब से तीन गार्डों की ड्यूटी होती है। मंगलवार यानी आज विश्व वन्यजीव दिवस है। ऐसे में काले हिरणों की संख्या में इस वृद्धि को अधिकारी अच्छा संकेत मान रहे हैं।
बोले मुख्य वन संरक्षक
मुख्य वन संरक्षक कमलेश कुमार गुप्त कहते हैं कि यह प्रदेश का इकलौता कंजर्वेशन रिजर्व है, जहां काले हिरणों का संरक्षण होता है। बारिश के पहले इनकी गणना कराई जाएगी।