429 दलितों को सम्मानित करेगी भाजपा
इलाहाबाद : इसे मौके की नजाकत कहें या मजबूरी। इन दिनों केंद्र व प्रदेश की राजनीति की धुर
इलाहाबाद : इसे मौके की नजाकत कहें या मजबूरी। इन दिनों केंद्र व प्रदेश की राजनीति की धुरी संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के इर्द-गिर्द घूम रही है। हर राजनीति दलों में बाबा साहब को अपनाने की होड़ मची है। इस होड़ में केंद्र व प्रदेश सत्ता पर काबिज भाजपा सबसे आगे दिखना चाहती है। आरक्षण व दलित उत्पीड़न के आरोपों में घिरी भाजपा सरकार ने आंबेडकर जयंती प्रेरणा दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है, जो वृहद स्तर पर होगा।
भाजपा कार्यकर्ता 14 अप्रैल को महानगर के 143 सेक्टरों के 1248 बूथों पर आंबेडकर की जयंती मनाएंगे। इस दौरान हर सेक्टर से तीन उत्कृष्ट कार्य करने वाले दलित महिला व पुरुष सम्मानित किए जाएंगे। इसके तहत महानगर में 429 दलितों को सम्मानित करने का लक्ष्य रखा गया है। भाजपा आला कमान ने निर्देश दिया है कि सम्मानित होने वालों की संख्या में इजाफा हो जाए, परंतु किसी रूप में हर सेक्टर से तीन से कम लोग सम्मानित न हों। अगर कम सम्मानित हुए तो उसके पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। महानगर अध्यक्ष अवधेश गुप्त का कहना है कि डॉ. भीमराव आंबेडकर राष्ट्र के महापुरुष हैं। वह सबके लिए प्रेरणादायी हैं, उनके ऊपर हर जाति, वर्ग व दल का अधिकार है। भाजपा बाबा साहब के विचारों को जन-जन को जोड़ने की मुहिम चला रही है। बाबा साहब के निर्देशों का पालन करते हुए समाज के गरीब, पिछड़े लोगों को अधिकार व सम्मान दिलाने में केंद्र की मोदी व प्रदेश की योगी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है।