छह घंटे तक धरने पर सपा सांसद के साथ बैठे रहे भाजपा विधायक, फिर बनी बात Prayagraj News
एआरटीओ पर हमले में स्कूल प्रबंधक की गिरफ्तारी के विरोध में बीजेपी विधायक प्रवीण पटेल सपा के पूर्व सांसद नागेंद्र सिंह पटेल संग झूंसी थाने के बाहर छह घंटे तक धरने पर बैठे रहे।
प्रयागराज, जेएनएन। एआरटीओ पर हमले के आरोपित स्कूल प्रबंधक को झूंसी पुलिस ने रविवार शाम गिरफ्तार किया तो विरोध में फूलपुर के भाजपा विधायक प्रवीण पटेल और सपा के पूर्व सांसद नागेंद्र सिंह पटेल समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए। प्रबंधक को छोड़कर क्रास मुकदमा लिखने की मांग पुलिस ने ठुकरा दी तो विधायक ने पूर्व सांसद के साथ जीटी रोड पर धरना दे दिया। उनके समर्थकों ने रास्ताजाम कर दिया। रात आठ बजे से प्रदर्शन देर रात दो बजे तक जारी रहा। इसके बाद काफी मान-मनौवल के बाद धरना समाप्त हुआ।
एआरटीओ पर हमला व पथराव के मामले में स्कूल प्रबंधक पर केस दर्ज था
हुआ यूं कि एआरटीओ सुरेश कुमार मौर्या शनिवार को टीम के साथ झूंसी के एमआरएस स्कूल गए थे। वहां गाडिय़ों में सीएनजी किट लगाने को लेकर उनसे कर्मचारियों की कहासुनी हो गई थी। इसके बाद उन पर हमला कर दिया गया। पथराव में गाड़ी के कांच टूट गए। एआरटीओ की शिकायत पर झूंसी थाने में स्कूल प्रबंधक अरविंद सिंह पटेल समेत कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया।
स्कूल प्रबंधक की गिरफ्तारी के बाद शुरू हुआ था धरना-प्रदर्शन व रास्ताजाम
पुलिस ने रविवार शाम प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया। रात करीब नौ बजे भाजपा विधायक प्रवीण सिंह पटेल और पूर्व सपा सांसद नागेंद्र सिंह पटेल झूंसी थाने पहुंचे और कहा कि एआरटीओ ने स्कूल की गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ कराई थी। प्रबंधक को छोड़कर क्रास एफआइआर लिखी जाए। थाना प्रभारी बृजेश सिंह ने गिरफ्तारी की लिखा-पढ़ी की बात कहकर छोडऩे से इन्कार किया तो विधायक और पूर्व सांसद ने थाने से बाहर आकर जीटी रोड पर धरना दे दिया।
रात साढ़े 11 बजे एसपी गंगापार पहुंचे लेकिन बात नहीं बनी
भाजपा के गंगापार जिलाध्यक्ष अश्विनी कुमार दुबे समेत कई भाजपा और सपा नेता भी धरने पर साथ बैठ गए। समर्थकों ने गाडिय़ां रोककर जाम लगा दिया। दूर तक जाम लगने पर पुलिस ने ट्रैफिक डायवर्जन करा दिया। रात में फूलपुर की सांसद केशरी देवी पटेल के पुत्र पूर्व विधायक दीपक पटेल भी समर्थन में पहुंच गए। रात करीब साढ़े 11 एसपी गंगापार एनके सिंह ने आकर उनसे बात की। कहा कि क्रास मुकदमा नहीं लिखा जा सकता है। जांच की जा सकती है। गिरफ्तार आरोपित को कोर्ट में पेश किया जाएगा। बात नहीं बनी तो विधायक और समर्थक धरने पर बैठे रहे। रात दो बजे तक धरना-प्रदर्शन जारी रहा। इसके बाद उच्च अधिकारियों के साथ हुई वार्ता के बाद मामला शांत हुआ।