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आयुष्मान भारत के नोडल अफसर पर भारी पड़े 'भाजपाई डॉक्टर'

आयुष्‍मान भारत योजना के नोडल अफसर को हटा दिया गया है। भाजपाइयों के अस्‍पताल का रजिस्ट्रेशन न कराने पर कार्रवाई से जोड़ा जा रहा है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 03 Dec 2018 01:45 PM (IST)Updated: Mon, 03 Dec 2018 01:45 PM (IST)
आयुष्मान भारत के नोडल अफसर पर भारी पड़े 'भाजपाई डॉक्टर'
आयुष्मान भारत के नोडल अफसर पर भारी पड़े 'भाजपाई डॉक्टर'
प्रयागराज : आयुष्मान भारत में गरीबों की 'सेवा' करने के लिए निजी अस्पताल लालायित हैं। शहर के ऐसे ही दो भाजपा नेताओं के अस्पतालों का रजिस्ट्रेशन न करना आयुष्मान भारत के नोडल अफसर को महंगा पड़ गया। उन्हें हटाकर सीएमओ ने दूसरे चिकित्सक को ये दायित्व सौंप दिया। हालांकि आधिकारिक तौर पर ऐसा होने से इन्कार किया जा रहा है।
आयुष्मान भारत में लाभार्थियों की शिकायत पर वसूली करने वाली पांच आशाओं को हटाया जा चुका है। अब आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारी डॉ. एके तिवारी खुद इसकी चपेट में आ गए। इस योजना के तहत सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों का चयन किया जाना था, जिसमें लाभार्थी पांच लाख रुपये तक फ्री इलाज करा सकता है। शहर के दो भाजपा नेताओं के अस्पताल का चयन इस योजना में नहीं हो सका। उन्होंने सीएमओ से लेकर डीएम तक इसको लेकर नाराजगी जताई। बात आगे न बढ़े इससे बचने के लिए आयुष्मान भारत के नोडल अधिकारी को ही हटा दिया गया। अब यह चार्ज एसीएमओ डॉ. सत्येन राय को दिया गया है, जबकि इनके पास एनएचएम समेत कई विभागों का कार्यभार है। इस संबंध में जब नोडल रहे डॉ. एके तिवारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मुझे क्यों हटाया गया इसकी जानकारी नहीं है।

डॉ. सत्येन राय को आयुष्मान भारत का नोडल बनाया गया है। डॉ. एके तिवारी को कुंभ मेले में लगाया जाएगा। रजिस्ट्रेशन का मामला नहीं है।
- डॉ. जीएस बाजपेई, सीएमओ
 

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