खराब नेटवर्क से बेकार पड़ीं नगर निगम की बायोमैट्रिक मशीनें Prayagraj News
कुंभ मेले के बाद 100 आधार बेस बायोमैट्रिक मशीनें स्मार्ट सिटी योजना के बजट से मंगवाई गईं। तीन महीने तक निगम के कर्मचारियों का आधार डाटा मशीनों में अपलोड किया गया।
प्रयागराज,जेएनएन । ड्यूटी से अक्सर गायब रहने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों पर अंकुश लगाने के लिए नगर निगम ने हाजिरी लेने के लिए 100 आधार बेस बायोमैट्रिक मशीनें मंगवाईं। प्रत्येक वार्ड को एक मशीन और जोन कार्यालय को मशीन दी गई, लेकिन खराब नेटवर्क के कारण सभी मशीनें बेकार पड़ी हुई हैं। नगर निगम के अधिकारी मशीनों को चलवाने में रुचि नहीं ले रहे हैं। मशीन लगवाने वाली एजेंसी भी सुस्त है। मशीनों को खरीद कर सिर्फ लाखों रुपये बर्बाद कर दिए गए।
स्मार्ट सिटी योजना के तहत मंगवाई गईं थी मशीनें
नगर निगम में अभी भी रजिस्टर पर कर्मचारियों और अधिकारियों की हाजिरी होती है। इस व्यवस्था को अपडेट करने के लिए कुंभ मेले के बाद 100 आधार बेस बायोमैट्रिक मशीनें स्मार्ट सिटी योजना के बजट से मंगवाई गईं। तीन महीने तक निगम के कर्मचारियों का आधार डाटा मशीनों में अपलोड किया गया। जब मशीन आई थी तो उसमें वोडाफोन का सिम लगा था। उसमें नेटवर्क खराब आने पर एयरटेल का सिम लगाया गया। उसमें भी खराब नेटवर्क की समस्या बनी रही। मशीन का साफ्टवेयर डिवाइस को स्पोर्ट नहीं कर रहा है। इसलिए सभी बायोमैट्रिक मशीनें बेकार पड़ी हुई हैं। नगर निगम में एक बार पहले भी हाजिरी लेने के लिए बायोमैट्रिक मशीनें मंगवाई थीं। तब मशीन में पानी डाल और उसका गलत इस्तेमाल करके उनको खराब कर दिया गया था। निगम के लाखों रुपये बर्बाद हो गए थे। ऐसा ही इस बार भी हो रहा है। नगर आयुक्त रवि रंजन का कहना है कि अधिकारियों और कर्मचारियों की हाजिरी बायोमैट्रिक से हो, इसके लिए मशीन की तकनीकी समस्या का शीघ्र समाधान कराया जाएगा।
हाजिरी के लिए आधार का नंबर जरूरी
आधार बेस बायोमैट्रिक मशीन की खास बात यह है कि इसका पूरा डाटा एनआइसी के माध्यम से ऑनलाइन है। मशीन में जैसे ही कोई कर्मचारी अपना अंगूठा या अंगुली लगता है तो मशीन उससे आधार कार्ड के अंतिम आठ नंबर मांगती है। अगर कर्मचारी को नंबर नहीं रहता है तो उसकी हाजिरी नहीं लग पाती है। जोन कार्यालयों में जब मशीन से हाजिरी हो रही थी तो कर्मचारी परेशान हो गए थे।