तेंदुआ कांड : आरोपित सलाखों के पीछे, मादा का खौफ बढ़ा
नर तेंदुआ को जान से मार दिए जाने से आक्राशित मादा गुस्से में है। वह जंगलों में दहाड़ रही है, जिससे ग्रामीण दहशत में हैं। वहीं आरोपितों को जेल भेजा गया
प्रयागराज : नर तेंदुए के बेरहमी से मार दिए जाने के बाद अब मादा की दहशत तारी है। प्रतापगढ़ स्थित कुशफरा, देवीदास पुरवा के पास संसारपुर के जंगल के किनारे बसे लोगों को अब भी तेंदुए की दहाड़ लगातार सुनाई पड़ रही है। तेंदुए की हत्या में गिरफ्तार जसवंत नामक आरोपित को पुलिस ने जेल भेज दिया है। लोगों ने खेत व जंगल की तरफ जाना छोड़ दिया है।
संसारपुर बस्ती में लोग सहमे
जंगल से लगा हुआ संसारपुर की एक बस्ती में लगभग 40 घर हैं। यहां के लोग सहमे हैं। रात की बात दूर, दिन में भी जंगल की तरफ कोई नहीं कदम रख रहा। खेतों की ओर न जाने से बकरी और जानवर नहीं चरा पा रहे हैं, जिससे जानवरों को हरा चारा नहीं मिल पा रहा है। घर का चारा जानवरों को खिला रहे हैं। गांव के परमेश्वर दीन, संगीता, राजकुमारी, समुंदर, राजू, उमेश और राहुल कहना है हम सब जंगल के किनारे बसे हैं, अब बहुत डर लग रहा है।
नहीं दिख रहे वन विभाग कर्मी
जंगल में तेंदुए के चिल्लाने की आवाज बड़ी डरावनी थी। रात में कई बार वह गरजी। वह ङ्क्षहसक हो सकती है। वन विभाग वाले दिखाई नहीं पड़ते। विश्वनाथगंज बाजार सामान खरीदने दोपहर में ही ग्रामीण जाते हैं, शाम को नहीं निकलते। शाम होते ही घरों के दरवाजे बंद लेते हैं।
पड़ी दबिश तो शिकारियों ने डेरा उखाड़ा
तेंदुए की जान लेने के आरोपित शिकारी अब तक पकड़ में नहीं आए हैं। इन लोगों ने घटना से कई महीने पहले रानीगंज में बाग में डेरा जमा रखा था। इनकी तलाश में वन दारोगा आशीष ङ्क्षसह और पुलिस के जवान गए, लेकिन बाग में कुछ न मिला। शिकारी घुमंतू किस्म के हैं, जो डेरा उखाड़कर फरार हो चुके थे। डीएफओ बीआर अहीरवार ने बताया कि उनकी खोजबीन की जा रही है। वीडियो व फोटो के सहारे भी छानबीन की जा रही है। वह बचने नहीं पाएंगे।