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Gandhi Jayanti 2019 : संग्रहालय में 'बापू' की याद ताजा कर रही घड़ी, नमक और स्मृति वाहन Prayagraj News

संग्रहालय में आप जाकर राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की यादें ताजा कर सकते हैं। यहां गांधीजी से जुड़ी वस्‍तुएं बेहद करीने से संजोई गर्ईं हैं। इससे देशप्रेम का जज्‍बा आता है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 02 Oct 2019 11:11 AM (IST)Updated: Wed, 02 Oct 2019 11:11 AM (IST)
Gandhi Jayanti 2019 : संग्रहालय में 'बापू' की  याद ताजा कर रही घड़ी, नमक और स्मृति वाहन Prayagraj News
Gandhi Jayanti 2019 : संग्रहालय में 'बापू' की याद ताजा कर रही घड़ी, नमक और स्मृति वाहन Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को किताबों में पढऩा या फिर पुरानी डाक्यूमेंट्री फिल्मों में देखना आसान है लेकिन, उनकी इस्तेमाल की हुई वस्तुओं का अवलोकन करना हो तो आपको भी सोचना पड़ेगा। फिलहाल ऐसी दुर्लभ वस्तुएं बेहद करीने से संजो कर इलाहाबाद संग्रहालय आज भी पर्यटकों के मन में  'बापूÓ को अपने आसपास महसूस करा रहा है। लोगों के लिए ये वस्तुएं प्रेरणाप्रद भी हैं, क्योंकि इन्हें देखकर हर किसी के मन में देशप्रेम की भावना हिलोरें मारने लगती है। बापू के हस्तलिखित पत्र भी उनसे जुड़ी यादें ताजा कर रहे हैंं।

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गांधीजी की घड़ी और चरखा उनकी याद कर रहा ताजा

इलाहाबाद संग्रहालय में वह घड़ी आज भी मौजूद है जिसे महात्मा गांधी अपनी कमर में टांगते थे या जेब में रखते थे। हालांकि इसकी सुइयां अब थम चुकी हैं। क्योंकि इस घड़ी की मशीनरी के कारीगर अब दुर्लभ ही हैं। वह चरखा जिससे खाली समय में महात्मा गांधी सूत कातते थे, स्मृति वाहन जिससे महात्मा गांधी के अस्थि अवशेष, विसर्जन के लिए संगम ले जाए गए थे, पर्यटकों को दिखाया जाता है। संग्रहालय का दावा है कि यह स्मृति वाहन चालू हालत में है। वैसे तो यह वाहन संग्रहालय के मुख्य भवन से एक अलग कक्ष में सुरक्षित रखा गया है लेकिन, साल में एक बार इसे निकालकर परिसर में चलाया जाता है।

सत्याग्रह आंदोलन के दौरान गांधीजी द्वारा बनाए गए नमक के अवशेष भी है

आपको यह जानकर हैरानी होगी की सत्याग्रह आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने कुछ अन्य देशभक्तों के साथ नमक बनाया था। उस नमक के अवशेष, तथा वह तांबे का डिब्बा जिसमें रखे अस्थि अवशेष को संगम के जल में प्रवाहित किया गया था, यह सब वस्तुएं संग्रहालय में देखी जा सकती हैं।

बोले संग्रहालय के निदेशक

इलाहाबाद संग्रहालय के निदेशक डॉ. सुनील गुप्त का कहना है कि यह सभी वस्तुएं पं. जवाहर लाल नेहरू ने दान की थी, जिसे संजो कर रखा गया है और यह दुर्लभ हैं। इसके अलावा गांधीजी के हस्तलिखित कई पत्र भी संग्रहालय के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीथिका में रखे हैं।

प्रदर्शनी में दिखाई जाएंगी दुर्लभ वस्तुएं

इलाहाबाद संग्रहालय में गांधी जयंती पर  संग्रहालय के कुमार स्वामी वीथिका में प्रदर्शनी लगाई जा रही है। इसमें गांधीजी की घड़ी, अस्थि अवशेष वाला पात्र, नमक और चरखा के अलावा उनकी कलम से लिखे गए पत्र सहित तमाम दुर्लभ चित्रों का प्रदर्शन होगा। यह प्रदर्शनी पूर्वाह्न 11 बजे के बाद दर्शकों के लिए खोल दी जाएगी।


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