बमरौली को महिला स्टेशन बनाने का मामला ठंडे बस्ते में Prayagraj News
इसके लिए यहां पर महिला स्टेशन अधीक्षक समेत छह एसएम की नियुक्ति होनी थी। पांच प्वाइंट मैन दो सफाई कर्मी एक बुकिंग स्टाफ और छह आरपीएफ कांस्टेबल की तैनाती होनी थी।
प्रयागराज, जेएनएन : महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए इलाहाबाद मंडल के बमरौली स्टेशन को लगभग डेढ़ साल पहले महिला स्टेशन बनाने की घोषणा की गई। कई महीने तक इसकी कवायद चली, लेकिन अब यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया है।
इलाहाबाद मंडल में सबसे पहले कानपुर के पास स्थित गोविंदपुर स्टेशन को महिला स्टेशन बनाया गया। उसके बाद बमरौली स्टेशन को महिला स्टेशन बनाया जाना था। इसके लिए यहां पर महिला स्टेशन अधीक्षक समेत छह एसएम की नियुक्ति होनी थी। पांच प्वाइंट मैन, दो सफाई कर्मी, एक बुकिंग स्टाफ और छह आरपीएफ कांस्टेबल की तैनाती होनी थी। अभी तक यहां पर एक महिला बुकिंग स्टाफ और एक प्वाइंट मैन ही तैनात हो पाई है। अधिकारियों का कहना है कि यह स्टेशन मुख्य सड़क से एक किलोमीटर अंदर है। वहां पर महिलाओं के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। महिलाओं के रहने के लिए आवास नहीं है। इसलिए इस प्रोजेक्ट से हाथ पीछे खींचना पड़ा है। वैसे घोषणा के बाद अब सभी अड़चनों को दूर किया जाना चाहिए। इलाहाबाद मंडल के जनसंपर्क अधिकारी सुनील कुमार गुप्ता का कहना है कि सुरक्षा कारणों और महिला स्टाफ की कमी से बमरौली को महिला स्टेशन बनाने में दिक्कत है।