Ayodhya Ram Mandir : राम के काम आया, मैं तो धन्य हो गया... Prayagraj News
कलश में जल लिया और पूजन के सहभागी बने। मांडा निवासी संजू लाल आदिवासी पूजन समाप्त होने के बाद बोल उठे राम के काम आया मैं धन्य हो गया...। आज मैं बहुत खुश हूं।
प्रयागराज, जेएनएन। रिमझिम पड़ती बारिश की फुहारें, सरसराती हवा और गंगा यमुना की हिलोरें मारती लहरों के बीच अयोध्या में श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन को लेकर दिलों में उत्साह। कुछ यही भाव संगम किनारे विश्व हिंदू परिषद के उत्साही कार्यकर्ताओं के, जो संगम से ताम्र कलश में पवित्र जल और मिट्टी भरने के लिए पहुंचे थे। यह मिट्टी और जल अयोध्या भेजा जाना है। कार्यकर्ता जय श्रीराम का उद्घोष करते रहे और हर कोई इस महायज्ञ में अपनी सहभागिता किसी न किसी तरह देने को आतुर था।
आज बहुत खुश हूं कि प्रभु श्रीराम के काम आया
त्रिवेणी से जल भरने के लिए जैसे ही ताम्र कलश ले जाया जाने लगा तभी विहिप के संगठन मंत्री मुकेश कुमार ने टोली के साथ चल रहे संजू लाल आदिवासी का नाम पुकारा। वह पास पहुंचे तो कलश उन्हें दे दिया। संगठन मंत्री ने कहा यह पुनीत कार्य आप करो। यह सुनकर हर कोई चौंक गया। पास खड़े वेद विद्यालय प्रमुख शंभू के साथ अन्य पदाधिकारियों ने भी सिर हिलाकर प्रसन्न भाव से सम्मति दी। सभी ने फिर जय श्री राम का उद्घोष किया। शंभू को भी मानो यकीन नहीं हो रहा था। उन्होंने कलश में जल लिया और पूजन के सहभागी बने। मांडा निवासी पुतई लाल के पुत्र संजू लाल आदिवासी पूजन समाप्त होने के बाद बोल उठे राम के काम आया, मैं धन्य हो गया...। आज मैं बहुत खुश हूं।
बाल्यकाल से ही संगठन के कार्यों में लगे हैं
संजू लाल आदिवासी बचपन में ही विहिप के संपर्क में आ गए थे। उसके बाद यहीं कार्यालय पर रहने लगे। जितने भी आंदोलन और संगठन के कार्य होते सभी के गवाह रहे हैं संजू। यही वजह है कि उन्हें यह दायित्व दिया गया।
भाव विह्वल हो गए हीरालाल
विहिप कार्यकर्ताओं की टोली त्रिवेणी से जल लेकर महावीर भवन पहुंची। कलश को धौम्य आश्रम में रखकर पूजन किया गया। यह दृश्य देखकर वहां रहने वाले हीरालाल भाव विह्वल हो उठे। बोले, आज अशोक जी का सपना साकार हो रहा है।