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मिशन शक्ति के माध्‍यम से प्रयागराज की महिलाओं को जागरूक किया, उत्पीडऩ को न सहने की दी सलाह

महिला उत्पीडऩ से संबंधित संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूकता विषयक ऑनलाइन व्याख्यान में सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट अमृता कामेश्वर श्रीवास्तव ने कहा कि महिलाओं पर हो रहे घरेलू अत्याचार पर उन्‍हें खुद आगे आना होगा। उन्हें अपने अधिकार को लेकर लड़ाई करनी पड़ेगी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 08:52 AM (IST)Updated: Mon, 04 Jan 2021 08:52 AM (IST)
मिशन शक्ति के माध्‍यम से प्रयागराज की महिलाओं को जागरूक किया, उत्पीडऩ को न सहने की दी सलाह
'महिला उत्पीडऩ से संबंधित संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूकता' विषयक ऑनलाइन व्याख्यान में महिलाओं को जागरूक किया गया।

प्रयागराज, जेएनएन। मिशन शक्ति कार्यक्रम इन दिनों प्रयागराज में आयोजित किया जा रहा है। इसके माध्‍यम से महिलाओं को जागरूक करने और उन्‍हें उनके अधिका‍र के प्रति सचेत रहने की सलाह दी जा रही है। इसी के तहत अंतर्गत कुलभास्कर आश्रम पीजी कालेज में महिला उत्पीडऩ को लेकर ऑनलाइन व्याख्यान आयोजित किया गया।

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महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति लडऩा होगा : डॉ. अर्चना

व्याख्यान का विषय 'महिला उत्पीडऩ से संबंधित संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूकता' था। कुलभास्कर आश्रम पीजी कालेज की प्राचार्य डॉ. अर्चना सिन्हा ने महिला उत्पीडऩ को लेकर अपने विचार रखे। उन्‍होंने कहा कि महिलाओं के साथ सामाज में और घरेलू अत्याचार, हिंसा व शोषण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। साथ ही साथ भारतीय संविधान एवं कानून में महिलाओं को विभिन्न प्रावधानों के विषय में जागरूकता लाने पर जोर देना होगा। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिए महिलाओं को सर्वप्रथम अपने अधिकारों के प्रति लडऩा होगा तभी महिला सशक्तीकरण संभव हो सकता है। उन्होंने बताया कि महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक व शारीरिक सुरक्षा एवं सम्मान के लिए महाविद्यालय में लगातार अभियान चलाया जा रहा है।

महिलाओं को किसी स्तर पर भी शोषण सहन नहीं करना चाहिए : अमृता

व्याख्यान में सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट अमृता कामेश्वर श्रीवास्तव ने भी विचार रखे। उन्होंने कहा कि महिलाओं पर हो रहे घरेलू अत्याचार पर उन्‍हें खुद आगे आना होगा। उन्हें अपने अधिकार को लेकर लड़ाई करनी पड़ेगी। इसके साथ ही महिलाओं को लेकर संविधान में जो भी प्राविधान बनाए गए हैं, उन्हें भी जानना होगा। महिलाओं को किसी स्तर पर भी शोषण सहन नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रिया श्रीवास्तव और आभार प्रदर्शन डॉ. पवन कुमार पचौरी ने किया। ऑनलाइन व्याख्यान में डॉ. मनीष श्रीवास्तव, डॉ. मनोज कुमार सिंह, डॉ. एसपी यादव, डॉ. आरए अवस्थी, डॉ. आदेश वर्मा, डॉ. आभा त्रिपाठी, डॉ. परम प्रकाश, अनूप श्रीवास्तव एवं अन्य शिक्षकों के साथ छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।


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