इलाहाबाद विश्वविद्यालय : शिक्षक भर्ती शुरू कराने के लिए कोर्ट जाएगा आटा
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी से काम प्रभावित हो रहा है। इस संबंध में आटा के पदाधिकारियों की बैठक हुई। भर्ती के लिए कोर्ट की शरण लेने का निर्णय लिया है।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) की ओर से रोक लगाने के बाद विरोध के सुर उठने लगे हैं। भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय संघ (आटा) की बैठक इविवि के नॉर्थ हाल में हुई। बैठक में पदाधिकारियों ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाए जाने पर नाराजगी जताई।
बोले, शिक्षकों के अभाव में पठन-पाठन व विवि का कार्य प्रभावित हो रहा
आटा की बैठक में मंत्रालय की ओर से शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को जांच के नाम पर रोकने के निर्देश से उत्पन्न परिस्थितियों पर विचार-विमर्श किया। इस दौरान यह कहा गया कि इविवि में शिक्षकों के अभाव में पठन-पाठन के अलावा विवि का कार्य प्रभावित हो रहा है। ऐसे में विवि में अध्ययनरत करीब 25 हजार पुराने एवं नए सत्र में करीब साढ़े पांच हजार छात्र-छात्राओं को प्रवेश मिलने के बाद शिक्षकों के अभाव में उनकी पढ़ाई प्रभावित होगी। जबकि, कई शिक्षक इस वर्ष भी रिटायर्ड हो जाएंगे।
एचआरडी मंत्री से मुलाकात कर समस्याओं से अवगत कराएंगे
बैठक में सदस्यों ने सर्वसम्मति से कहा कि आटा के पदाधिकारी इस मसले को लेकर एचआरडी मंत्री से मुलाकात कर समस्याओं से अवगत कराएंगे। यदि एचआरडी मंत्री की ओर से मिलने के लिए वक्त नहीं दिया जाता तो पदािधकारी देश के राष्ट्रपति एवं इविवि के विजिटर रामनाथ कोविंद से मिलेंगी। यदि यहां से समस्या का समाधान नहीं हुआ तो जुलाई में आमसभा की बैठक बुलाई जाएगी। इसके बाद इस मसले को लेकर कोर्ट जाएंगे। बैठक की अध्यक्षता आटा अध्यक्ष प्रो. रामसेवक दुबे ने की। इस दौरान महामंत्री शिवमोहन प्रसाद, प्रो. एआर सिद्दीकी, प्रो. आरके आनंद, प्रो. रमेंद्र कुमार सिंह, प्रो. डीसी लाल, प्रो. धनंजय यादव, प्रो. हर्ष कुमार, प्रो. आशीष सक्सेना, प्रो. राकेश सिंह आदि रहे।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप