Kumbh mela 2019 : कुंभ में लाइफ मैनेजमेंट के फंडे तलाश रहे इविवि के शोधार्थी
कुंभ मेले में इन दिनों इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ मीडिया स्ट्डीज के विद्यार्थी लाइफ मैनेजमेंट के फंडे तलाश रहे हैं। मेले का डिजिटाइजेशन भी कर रहे हैं।
प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ मीडिया स्ट्डीज के विद्यार्थी इन दिनों कुंभ मेले में शोध कर रहे हैं। यह विद्यार्थी कुंभ मेला क्षेत्र में लाइफ मैनेजमेंट के फंडे तलाश रहे हैं। विभिन्न संस्कृतियों, परंपराओं, अनुष्ठानों, संस्कारों, सरोकारों, भाषाओं, व्यवस्थाओं, साधु-संतों के रहन-सहन, आचार-व्यवहार आदि से जुड़े विविध पहलुओं पर भी शोध कर रहे हैं। इसके अलावा इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र कुंभ मेला 2019 का डिजिटाइजेशन भी कर रहे हैं।
हमने कुंभ मेले को 'मीडिया लैब' की तरह बना लिया है : धनंजय चोपड़ा
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ मीडिया स्ट्डीज कोर्स के कोआर्डिनेटर धनंजय चोपड़ा हैं। उन्होंने बताया कि हमने कुंभ मेले को 'मीडिया लैब' की तरह बना लिया है। यहां मेले से जुड़े विभिन्न सरोकारों व विषयों का शोधपरक अध्ययन किया जा रहा है। स्नानार्थियों व कल्पवासियों से सर्वे फार्म भराया जा रहा है। शोध व सर्वे का कार्य विद्यार्थी अपने अध्यापकों के निर्देशन में पूरा कर रहे हैं।
150 विद्यार्थी कुंभ में कर रहे शोध
शोध करने के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ मीडिया स्ट्डीज के 150 विद्यार्थी लगाए गए हैं। शोधार्थियों की निगाह कुंभ के बहुसांस्कृतिक-सामाजिक स्वरूप का अध्ययन व डाक्यूमेंटेशन, बिना किसी निमंत्रण के करोड़ों श्रद्धालु कैसे जुटते हैं, कितना बदल गया है कुंभ मेला, देश दुनिया के मीडिया कर्मियों की नजर में कुंभ मेला (सर्वे आधारित अध्ययन), कुंभ-2019 का उसकी वैविध्यपूर्ण विशेषताओं के साथ डिजिटाइजेशन (आडियो, वीडियो डाक्यूमेंटेशन व स्टील फोटोग्राफी) पर है। इसी प्रकार कुंभ में मार्केटिंग के फंडे, इक्कीसवीं सदी के कल्पवासी व उनकी आस्थाएं, कुंभ से जुड़ी धार्मिक-सामाजिक परंपराएं व अनुष्ठान, क्राउड मैनेजमेंट की सरकारी व सामाजिक पहल, साधुओं-बाबाओं का बढ़ता वैभव... आदि विषयों पर भी शोध किया जा रहा है। कुंभ-2019 के दौरान होने वाले शोध व सर्वे को प्रकाशित किए जाने की योजना है। इसके ऑडियो और वीडियो भी जारी किए जाएंगे।