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Dussehra Mela : पजावा के ऐतिहासिक रामदल में कलात्मक चौकियों ने मन मोहा, देर रात तक जुटी भीड़ Prayagraj News

आनन-फानन में हुई तैयारियों के बीच खुल्दाबाद से ऐतिहासिक पजावा का रामदल निकाला गया। पुराने शहर के इस भव्य मेले में जनसमूह उमड़ा। कलात्‍मक चौकियां ने मन मोहा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 08 Oct 2019 08:00 AM (IST)Updated: Tue, 08 Oct 2019 08:00 AM (IST)
Dussehra Mela : पजावा के ऐतिहासिक रामदल में कलात्मक चौकियों ने मन मोहा, देर रात तक जुटी भीड़ Prayagraj News
Dussehra Mela : पजावा के ऐतिहासिक रामदल में कलात्मक चौकियों ने मन मोहा, देर रात तक जुटी भीड़ Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। श्री महंत बाबा हाथी राम पजावा रामलीला कमेटी का रामदल सोमवार की रात पत्थर का शिवाला खुल्दाबाद से निकला। आनन-फानन में हुई तैयारी और परंपरागत रास्ते पर रोशनी के फौरी इंतजाम के बीच निकले दल में कलात्मक चौकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। सबसे आगे हनुमानजी और चौकियों के पीछे भगवान श्रीराम-लक्ष्मण की सवारी चली। पुराने शहर में इस दौरान मेले का आयोजन भी हुआ, जिसमें शहरियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।

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श्रीराम और लक्ष्मण की राजसी ठाट-बाट से निकली सवारी तो कृतकृत्य हुए लोग

पजावा के रामदल की शुरुआत रात करीब आठ बजे हुई। श्रीराम और लक्ष्मण की सवारी पूरे राजसी ठाट-बाट से निकली। दल के आगे परंपरागत बैंड पार्टी के साथ श्री महंत बाबा हाथी राम पजावा रामलीला कमेटी का बैनर, ध्वज, हाथी घोड़े, झूमर, शहनाई बजाते कलाकार और नाचते गाते, जयकारे लगाते हुए लोग। दल खुल्दाबाद से शुरू होकर नखास कोहना, सेवईं मंडी, चौक, राम भवन चौराहा, मुट्ठीगंज, शीश महल, भारती भवन, लोकनाथ होता हुआ रानी मंडी पहुंचकर समाप्त हुआ। दल के आगे-आगे चल रहे सेनानायक श्रीहनुमान की श्रद्धालुओं ने आरती की। जगह-जगह लोगों ने भगवान राम, लक्ष्मण की आरती की। कलात्मक चौकियों के प्रदर्शन पर व्यापारियों व विभिन्न संगठनों ने उपहार भी दिए।

 

यह चौकियां लोगों के आकर्षण का रहीं केंद्र

रामदल में राम दरबार, ताड़का वध, अहिल्या उद्धार, सीता हरण, बाली सुग्रीव युद्ध, सीता की अग्नि परीक्षा, राम सुग्रीव में मित्रता, लव-कुश द्वारा अश्वमेध यज्ञ के घोड़े को पकडऩे की लीला का मंचन हुआ। रामदल में दल संयोजक सुरेश चंद्र टंडन, अमिताभ टंडन, सचिन गुप्ता, ओम प्रकाश सेठी, मोहन जी टंडन, राकेश मेहरोत्रा आदि शामिल रहे। दल में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा व्यापक पैमाने पर पीएसी व आरएएफ के जवान भी मौजूद रहे। रामदल से पहले पजावा कमेटी की ओर से रामलीला मैदान में मेघनाद वध की लीला का मंचन हुआ। इसमें जनसमूह उमड़ पड़ा।


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