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रेलवे परीक्षा पास कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरफ्तार

रेलवे परीक्षा में अभ्‍यर्थियों से ठगी करने वाले पांच लोगों को एसटीएफ ने पकड़ा। इनमें एनएसजी का भगोड़ा कमांडो भी है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 08 Feb 2019 12:49 PM (IST)Updated: Fri, 08 Feb 2019 12:49 PM (IST)
रेलवे परीक्षा पास कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरफ्तार
रेलवे परीक्षा पास कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरफ्तार

प्रयागराज : रेलवे परीक्षा पास कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने भंडाफोड़ किया है। सरगना सुभाष पटेल, उसके साले विद्याकांत, एनएसजी से भगोड़ा कमांडो शैलेंद्र कुमार पाल उर्फ कमांडो, हाईकोर्ट के वकील रमेश चंद्र पटेल और राम सिंह को शिवकुटी इलाके से गिरफ्तार किया गया है। इनके कब्जे से नकदी, अभ्यर्थियों की मार्कशीट, खाली और भरा चेक समेत अन्य कागजात बरामद हुए हैं।

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वकील पहले भी भर्ती परीक्षाओं में धांधली करवा चुका है

एसटीएफ सीओ नवेंदु कुमार ने बताया कि जौनपुर जिले के मडिय़ाहू थाना क्षेत्र के सिउर शीर गांव का मूल निवासी वकील रामचंद्र काफी शातिर है। वह पहले भी कुछ भर्ती परीक्षाओं में धांधली करवा चुका है। मुकदमे को लेकर ही उसकी पहचान करछना निवासी सुभाष पटेल से हुई थी। इसी दौरान सुभाष ने रेलवे की परीक्षा में ठगी करने का प्लान बनाया। इसके बाद मेजा में रहने वाले अपने साले विद्याकांत व औरैया जिले के साहेल थाना क्षेत्र स्थित सुखलालपुर गांव निवासी शैलेंद्र उर्फ कमांडो उर्फ सुनामी और थरवई के राम सिंह पटेल के साथ काम शुरू किया।

परीक्षार्थियों को झांसे में लेते थे

शातिरों ने रेलवे की ग्रुप डी, टेक्नीशियन और आरपीएफ सिपाही की परीक्षा देने वालों को अपने झांसे में लेते थे। अभ्यर्थियों को बताते थे कि रेलवे के भीतर उनकी सेटिंग है और उन्हें कोड बताते थे। विश्वास न करने पर सुभाष और विद्याकांत परीक्षार्थी की मोबाइल पर शैलेंद्र से बात कराते थे। शैलेंद्र खुद को रेलवे बोर्ड की एक महिला डॉक्टर का बेटा भीम बताकर बातचीत करता था। इसके बाद प्रत्येक अभ्यर्थी से चार लाख रुपये में सौदा तय करते और कुछ टोकन मनी ले लेते थे।

चार हजार परीक्षार्थियों के असली मार्कशीट जमा करवाए थे

इस तरह करीब चार हजार परीक्षार्थियों के असली मार्कशीट व दूसरे कागजात जमा करवाए थे। पास होने पर सभी से पैसा लेने की बात कही थी। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उनकी रेलवे में कोई सेटिंग नहीं थी, लेकिन जो परीक्षार्थी अपनी मेहनत से पास होता उसी से पैसा लेकर कागजात वापस कर देते। सीओ का कहना है कि इसी तरह कुछ और भी गिरोह के बारे में पता चला है कि जो होनहार अभ्यर्थियों को भी झांसे में लेकर ठगी कर रहे हैं। जल्द ही उसका भी राजफाश किया जाएगा।


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