आर्मर केबल के जरिए रुकेगी बिजली चोरी, जानें कैसे
बिजली चोरी रोकने के लिए आर्मर केबल का सहारा लिया जाएगा। ज्यादा लाइन हानि वाले पांच खंडों में व्यवस्था को लागू करने की योजना है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत करेलाबाग खंड में केबल लगने लगा।
प्रयागराज : बिजली चोरी रोकने के लिए विद्युत विभाग ने नई पहल की है। ज्यादा लाइन हानि वाले पांच विद्युत खंडों में अब आर्मर केबल के जरिए बिजली चोरी रोकने की योजना है। बहरहाल, पायलट प्रोजेक्ट के तहत करेलाबाग खंड में इस केबल को घरों में लगाने का काम शुरू हो गया है।
करेलाबाग खंड के करेली ई-ब्लाक से व्यवस्था लागू
विद्युत विभाग ने करेलाबाग, कल्याणी देवी, रामबाग के अलावा बमरौली और नैनी खंडों के उन हिस्सों में आर्मर केबल लगाने की योजना बनाई है, जहां 50 फीसद से ज्यादा लाइन हानि है। इसकी शुरुआत करेलाबाग खंड के करेली ई-ब्लॉक से की गई है। अब तक 155 घरों में आर्मर केबल लगाई जा चुकी है। यह केबल सीधे विद्युत पोल से घरों में लगे मीटरों में लगाई जा रही है। इस केबल से लोग बिजली चोरी नहीं कर सकेंगे। करेलाबाग खंड के अधिशासी अभियंता महेंद्र प्रसाद का दावा है कि जिस क्षेत्र में केबल लगाई गई है, वहां करीब 25 फीसद तक बिजली चोरी में कमी आई है।
केबल की खासियत
-ऊपरी परत टीन की होने से नहीं ठोंकी जा सकेगी कील
-केबल से बाईपास करके नहीं जलाई जा सकेगी बिजली
-बार-बार टूटने का भी नहीं रहेगा झंझट
कहते हैं अधिकारी
मुख्य अभियंता (बिजली वितरण) महेश चंद्र शर्मा का कहना है कि आर्मर केबल लगने से बिजली चोरी थम जाएगी। इससे करीब 35-40 फीसद तक लाइन हानि पर अंकुश लगेगा। सिर्फ टेक्निकल लॉस करीब 10-12 फीसद रह जाएगा। करेलाबाग खंड में मार्च तक केबल बदलने का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद चार अन्य खंडों के लिए बजट स्वीकृत कराकर काम शुरू कराया जाएगा।