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Allahabad University में स्थायी कुलपति की नियुक्ति, दो सदस्यों के नाम पर आज लगेगी मुहर Prayagraj News

इविवि में स्थायी कुलपति के लिए 21 फरवरी को आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। ऐसे में सर्च कमेटी के गठन में देरी से कुलपति की निुयक्ति की प्रक्रिया में भी देरी हो रही थी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 06 Mar 2020 09:01 AM (IST)Updated: Fri, 06 Mar 2020 10:07 AM (IST)
Allahabad University में स्थायी कुलपति की नियुक्ति, दो सदस्यों के नाम पर आज लगेगी मुहर Prayagraj News
Allahabad University में स्थायी कुलपति की नियुक्ति, दो सदस्यों के नाम पर आज लगेगी मुहर Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में स्थायी कुलपति की नियुक्ति के लिए सर्च कमेटी के दो सदस्यों के नाम पर शुक्रवार को होने वाली कार्य परिषद की बैठक में मुहर लग जाएगी। हालांकि, गुरुवार की रात तक बैठक की अध्यक्षता पर संशय बना रहा।

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स्थायी कुलपति के लिए 21 फरवरी को आवेदन की प्रक्रिया पूरी

इविवि में स्थायी कुलपति के लिए 21 फरवरी को आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। ऐसे में सर्च कमेटी के गठन में देरी से कुलपति की निुयक्ति की प्रक्रिया में भी देरी हो रही थी। इविवि प्रशासन होली बाद नियमित कार्य परिषद बैठक बुलाने की तैयारी में था। दैनिक जागरण ने प्रमुखता से इस समाचार को प्रकाशित किया। जानकारी केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) को हुई तो मंत्रालय सख्त हो गया। तीन बार पत्र लिखने और फटकार लगाने के बाद फिर से मंत्रालय ने जवाब तलब किया तो इविवि प्रशासन ने गुरुवार को कार्य परिषद की आपात बैठक बुला ली।

दो सदस्यों का नाम तय कर मंत्रालय को भेजा जाएगा

अब बैठक में दो सदस्यों का नाम तय कर मंत्रालय को भेजा जाएगा। इसके बाद राष्ट्रपति के प्रतिनिधि के तौर पर कमेटी में एक सदस्य को शामिल कर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। यह कमेटी आवेदनों की स्क्रीनिंग कर कुल 10 नामों को छांटकर मंत्रालय को भेजेगी। इसके बाद उन 10 में कुलपति की नियुक्ति होगी।

नियमानुसार कार्यवाहक कुलपति कार्य परिषद की बैठक में हिस्सा नहीं ले सकते

हालांकि, सर्च कमेटी के दो सदस्यों के नाम पर मुहर तो नहीं लगी अलबत्ता यह विवादों में घिरता जरूर नजर आ रहा है। ऐसा इसलिए कि एजेंडे में केवल सर्च कमेटी का गठन ही शामिल है। कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी खुद स्थायी कुलपति पद के आवेदक हैं। ऐसे में नियमानुसार वह कार्य परिषद की बैठक में हिस्सा नहीं ले सकते। गुरुवार की रात तक यह संशय बरकरार रहा कि बैठक की अध्यक्षता कौन करेगा। मंत्रालय ने स्पष्ट निर्देश दिया कि कार्यपरिषद का कोई सदस्य अथवा कार्यवाहक कुलपति आवेदन करता है तो वह बैठक में हिस्सा नहीं ले सकता।

बोले इविवि के रजिस्ट्रार

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ल कहते हैं कि कार्य परिषद की बैठक से पूर्व तय कर लिया जाएगा कि अध्यक्षता कौन करेगा। सर्च कमेटी का पारदर्शी तरीके से गठन कर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को सूचित कर दिया जाएगा।


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