उप्र राज्य प्रवेश परीक्षा को 15 मार्च तक आवेदन, इस बार सिर्फ ऑफलाइन परीक्षा
डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय में उप्र राज्य प्रवेश परीक्षा इस बार ऑफलाइन होगी। आवेदन 15 मार्च तक हो सकेगा। 20 फीसद सीटें दूसरे राज्य के अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित की गई है।
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश राज्य प्रवेश परीक्षा (यूपीएसईई) 2019 के लिए 23 जनवरी से ऑनलाइन आवेदन फार्म भरे जा रहे हैं। इस बार सिर्फ ऑफलाइन परीक्षा होगी। फार्म भरने की आखिरी तिथि 15 मार्च शाम पांच बजे तक है। प्रवेश परीक्षा 21 अप्रैल (रविवार) को होगी। इसमें पहली बार दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों के लिए सभी कोर्सों में 20 फीसद सीटें आरक्षित की गई हैं। परीक्षा के लिए अब तक करीब 70 हजार नामांकन हो चुके हैं। यह जानकारी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. नंदलाल सिंह ने दी।
ग्रामीण छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखा
डॉ. सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों की सुविधा के मद्देनजर इस बार सिर्फ ऑफलाइन परीक्षा कराने का निर्णय कुलपति विनय पाठक ने लिया है। पहले ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से प्रवेश परीक्षाएं होती थीं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सूबे के अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी छात्र संख्या के आधार पर परीक्षा केंद्र बनाने का फैसला लिया है। बताया कि परीक्षा के नतीजे मई के अंतिम सप्ताह में आएंगे और 17 जुलाई से कक्षाएं शुरू की जाएंगी, ताकि सभी कोर्स समय से पूरे किए जा सकें। ऐसा करने से छात्र-छात्राओं को कौशल विकास के लिए इंटर्नशिप और सर्टिफिकेशन कोर्स करने के भी अवसर मिल सकेंगे।
200 मेधावी छात्र-छात्राओं को दिए जाएंगे लैपटॉप
रजिस्ट्रार ने बताया कि इस बार प्रवेश लेने वाले 200 मेधावी छात्र-छात्राओं को लैपटॉप दिए जाएंगे। इसमें से 100 छात्र-छात्राएं एससी/एसटी वर्ग के होंगे, जबकि 100 सिर्फ छात्राएं होंगी। पहले 100 मेधावी छात्राओं को ही यह सुविधा दी जाती थी।
यूपीएसईई के जरिए पहली बार मॉस्टर कोर्स में प्रवेश
रजिस्ट्रार ने बताया कि यूपीएसईई के जरिए पहली बार विश्वविद्यालय के सरकारी और निजी सरकारी कालेजों में मास्टर कोर्सेज (एमटेक, एमआर्क, एमफॉर्मा, एमडेस) में प्रवेश की व्यवस्था शुरू की जा रही है।
शुरू किए जा रहे दो नए कोर्स
रजिस्ट्रार के मुताबिक दो नए कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। यूजी में बीवोक/ बीप्लान और पीजी में पांच वर्षीय डुवल डिग्री एम टेक (बीटेक और एमटेक)। हालांकि, इन कोर्सों की स्वीकृति जिन संस्थाओं को मिलेगी, उसी में शुरू होंगे।
रोजगार में वृद्धि के लिए सेल बनाया
डॉ. सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने अगले पांच वर्षों में 50 हजार से ज्यादा रोजगार कैंपस के जरिए दिलाने का लक्ष्य रखा है। ऐसे संस्थानों के छात्र-छात्राओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए यूनिवर्सिटी इंडस्ट्री इंटरफेस सेल की स्थापना की गई है, जिनमें संसाधन कम हैं। इस सेल के जरिए 10 हजार रोजगार मुहैया कराने का लक्ष्य है। बताया कि समाज कल्याण विभाग की योजनाओं का लाभ अब प्रवेश परीक्षा पास करने वाले ही विद्यार्थियों को ही मिलेगा। उन्होंने विश्वविद्यालय की ओर से कई अन्य रोजगारपरक योजनाओं के संचालन, छात्रों और अध्यापकों की मॉनीटङ्क्षरग के लिए किए जाने वाले प्रयासों की भी जानकारी दी। प्रेसवार्ता में आइईआरटी प्रयागराज के डायरेक्टर विमल मिश्रा, यूनाइटेड समूह के जगदीश गुलाटी आदि मौजूद रहे।