पंचायती अखाड़ा निर्मल की पेशवाई में गिद्दा व भांगड़ा संग सो निहाल की गूंज
पंचायती अखाड़ा निर्मल की पेशवाई भव्यता से निकली। पेशवाई मार्ग पर लोगों ने महात्माओं को नमन किया।
जागरण संवाददाता, कुंभनगर : गुलाब की उड़ती पंखुडिय़ों की अद्भुत छटा। गिद्दा की रौनक और ढोल-तासे के बीच भांगड़ा का जोशीला नृत्य। ताल की थाप पर थिरकते कलाकार व संतों का कारवां जिस मार्ग से गुजरा उधर माहौल भक्तिमय हो गया। ध्वज-पताका की अद्भुत छटा के बीच बोले सो निहाल सतश्री अकाल की गूंज से माहौल में भक्ति का रस घुल जाता। पंचायती अखाड़ा निर्मल की पेशवाई का दृश्य कुछ ऐसा ही था।
गुरुग्रंथ साहिब की पालकी शोभायमान रही
श्रीपथरचट्टी रामलीला कमेटी प्रांगण रामबाग से सज-धजकर पेशवाई आरंभ हुई। दर्जनभर बैंडबाजा, ध्वज-पताका, हाथी-घोड़ा के साथ फूलों से सजे रथ शोभा बढ़ा रहे थे। पेशवाई जिस मार्ग से गुजरी उधर हजारों लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। तलवार लिए चल रहे पंजप्यारों की छटा के पीछे गुरुग्रंथ साहिब की पालकी थी। सबसे आगे अखाड़े की विशाल ध्वज-पताकाएं शोभा बढ़ा रही थीं। वहीं भव्य रथ पर सवार होकर महामंडलेश्वर सांसद साक्षी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी भक्तानंद, महामंडलेश्वर जनार्दन गिरि, महामंडलेश्वर कृष्णानंद, देवेंद्र शास्त्री भक्तों को आशीष देते हुए चल रहे थे। पेशवाई जानसेनगंज, बताशा मंडी, मु_ीगंज, कीडगंज होते हुए कुंभ मेला क्षेत्र में प्रवेश की। त्रिवेणी रोड होते हुए पेशवाई सेक्टर 16 स्थित अखाड़ा के शिविर पहुंची। वहां आराध्य की पालकी धर्मध्वजा के पास स्थापित करके पूजन किया गया।
भगवान जगन्नाथ के रथ पर टेका मत्था
पेशवाई में भगवान जगन्नाथ का रथ भी शामिल था। भव्य रथ का दर्शन करने के लिए लोग व्याकुल रहे। जगन्नाथ रथ पर मत्था टेककर आशीष लिया।
आकर्षण का केंद्र रहे श्रीकृष्ण
पेशवाई में श्रीकृष्ण की विशाल प्रतिमा भी चल रही थी। घास चर रहीं गायों के बीच में श्रीकृष्ण की विशाल प्रतिमा हर किसी के आकर्षण का केंद्र रही, उस पर हर किसी की आंख टिकी रही।
पूरे रास्ते चला संकीर्तन
पंचायती अखाड़ा निर्मल की पेशवाई में हरे रामा-हरे कृष्णा का संकीर्तन पूरे मार्ग चला। ढोल की थाप, मजीरा की खलक के बीच हरे रामा हरे कृष्णा का गायन व नृत्य करते चल रहे इस्कॉन के महात्माओं ने सबको मोहित किया।