मेला क्षेत्र में बनेगा एक और घाट, अफसरों ने किया जमीन का निरीक्षण
कुंभ मेले में दक्षिणी झूंसी नामक गंगा का एक और घाट बनाया जाएगा। इससे भीड़ को नियंत्रित किया जाएगा।
प्रयागराज : कुंभ मेला क्षेत्र में गंगा किनारे एक और घाट बनाने की योजना तैयार की जा रही है। इसे दक्षिणी झूंसी में बनाने की योजना है। अफसरों ने यहां का निरीक्षण किया। घाट बनाने पर अंतिम निर्णय जल्द लिया जाएगा। ऐसा होने पर मुख्य स्नान पर्वों पर संगम पर भीड़ अधिक होने की स्थिति में झंूसी की ओर से आने वाले श्रद्धालु दक्षिणी घाट पर भी डुबकी लगा सकेंगे।
धारा में बदलाव के कारण इस बार झूंसी की तरफ गंगा प्रसार क्षेत्र सेक्टर 17 में गंगा के किनारे काफी खुला स्थान हो गया है। यहां काफी मात्रा में बालू भी है। हालांकि खाली जमीन पर बीच-बीच में बड़े-बड़े गड्ढों में पानी भरा है। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने डीआइजी कुंभ केपी सिंह, एसपी ट्रैफिक ओपी सिंह, एसके सिंह आदि अफसरों के साथ दक्षिणी झूंसी में गंगा किनारे नया घाट बनाने के लिए निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बीच-बीच बने गड्ढों पर पीपे की चार पुलिया बनाने, बालू को समतल करने तथा गंगा के किनारे बालू की बोरियां लगाकर घाट बनाने पर सहमति बनी।
धुआं भरने पर घुटनों के बल चलकर बुझाएं आग
कुंभ मेला के किसी पंडाल में आग लगती है तो धुंआ भी भर जाता है। धुआं हमेशा ऊपर उठता है। ऐसे में घुटनों के बल चलकर आग को बुझाएं, ताकि सांस लेने में दिक्कत न हो। भगदड़ होने पर पहले भीड़ को समझाएं कि वह घबराए नहीं। ताकि लोग इधर-उधर न भागें। कुंभ मेले में तैनात पुलिस कर्मियों को कुछ इसी तरह की ट्रेनिंग दी गई। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के इंस्पेक्टर धर्मेंद्र पांडेय ने अरैल स्थित ट्रेनिंग कैंप में पुलिस कर्मियों आपदा प्रबंधन के गुर सिखाए। एडिशनल एसपी ट्रेनिंग मोनिका चड्ढा ने बताया कि तीसरे चरण का प्रशिक्षण समाप्त हो गया है। अब 20 दिसंबर से फिर ट्रेनिंग शुरू होगी, जिसमें कुंभ के महत्व से लेकर सुरक्षा के बारे में पुलिस कर्मियों को बताया जाएगा।