प्रयागराज में स्कूलों की वार्षिक पत्रिकाएं भी अब होंगी ऑनलाइन, जानिए क्या हैं फायदे
पत्रिका को भी ऑनलाइन कर आर्थिक दबाव को कुछ कम करने का प्रयास हो रहा है। अनुमान के अनुसार करीब चालीस हजार रुपये इस मद में प्रत्येक वर्ष खर्च होते थे।
प्रयागराज,जेएनएन। कोरोना संक्रमण के दौर में स्कूल सब से अधिक प्रभावित हुए हैं। बच्चों के दाखिले घटे, उनकी फीस भी कम जमा हुई, इससे उनके समक्ष आर्थिक संकट भी खड़ा हो गया। अब बदलते दौर में कई स्कूलों ने अपने यहां से निकलने वाली वार्षिक पत्रिकाओं को भी ऑनलाइन करने का फैसला लिया है। इससे उनपर पडऩे वाला आर्थिक बोझ भी कम होगा। संक्रमण काल में प्रकाशन में आने वाली कठिनाई से भी निजात मिलेगी।
जीआइसी में वार्षिक पत्रिका को ऑनलाइन करने की तैयारी
जीआइसी के प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह ने बताया कि इस वर्ष विद्यालय से निकलने वाली वार्षिक पत्रिका को ऑनलाइन करने की तैयारी है। इसकी वजह यह कि बच्चे विद्यालय नहीं आ रहे हैं। आगे का भी कुछ पता नहीं है। धीरे धीरे विद्यार्थी ऑनलाइन सिस्टम से जुड़ ही रहे हैं। पत्रिका को भी ऑनलाइन कर आर्थिक दबाव को कुछ कम करने का प्रयास हो रहा है। अनुमान के अनुसार करीब चालीस हजार रुपये इस मद में प्रत्येक वर्ष खर्च होते थे।
ऑनलाइन करने पर आर्थिक के साथ पेपर की भी होगी बचत
केपी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. योगेंद्र सिंह ने भी विद्यालय की वार्षिक पत्रिका उदिषा को ऑनलाइन निकालने की बात कही। बताया कि दिसंबर तक यह आ जाएगी। सभी विद्यार्थियों को यह ऑनलाइन प्लेटफार्म पर उपलब्ध कराई जाएगी। फेसबुक पेज पर भी इसका लिंक उपलब्ध रहेगा। महाप्रभु पब्लिक स्कूल की प्राधानाचार्य रविंदर बिरदी ने भी कहा कि विद्यालय से निकलने वाली पत्रिका इंस्पायर को ऑनलाइन किया जाएगा। एक मैग्जीन पर करीब 250 रुपये खर्च होते हैं। इसे ऑनलाइन करने पर रुपये और पेपर की भी बचत होगी।