प्रतापगढ़ में शव रख दो घंटे रास्ताजाम, मौत के मामले में मुकदमा दर्ज न करने से आक्रोशित थे लोग
प्रतापगढ़ के महेशगंज में एक परिवार को झूठे मुकदमे मे फंसाने के लिए कुछ लोगों द्वारा लगातार षड्यंत्र किया जा रहा था। आरोप है कि इसी दबाव में पीड़ित महिला के मुंबई में रह रहे ससुर की सदमे से मौत हो गई। शव यहां आया तो लोग आक्रोशित हो उठे।
प्रयागराज, जेएनएन। यूपी के प्रतापगढ़ में आक्रोशित लोगों ने शनिवार को करीब दो घंटे रास्ताजाम किया। लोगों में आक्रोश का कारण एक व्यक्ति की मौत से था। उनका निधन एक मामले से जुड़ा है। आज शव लाया गया तो आरोपितों पर कार्रवाई की मांग को लेकर रास्ताजाम किया गया। सोशल मीडिया पर खबर चलाने वाले युवक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्रतापगढ़ में कुंडा-जेठवारा मार्ग पर शनिवार को शव रखकर जाम लगा दिया। सीओ के समझाने पर दो घंटे बाद ग्रामीणों ने यातायात बहाल किया।
क्या है पूरा मामला : महेशगंज के भवानी का पुरवा (डीह बलई) गांव निवासी अभिषेक के विरुद्ध एक महिला ने गुरुवार को दोपहर संग्रामगढ़ थाने में अश्लील हरकत करने की तहरीर दी थी। इसे एक युवक ने इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। उसके पति का आरोप है कि मुंबई में रहे उनके पिता ने सोशल मीडिया पर यह खबर देखी तो उन्हें सदमा लगा और हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई। इसके बाद सोशल मीडिया पर खबर चलाने वाले युवक के विरुद्ध थाने में तहरीर देकर वह पिता का शव लाने मुंबई चला गया।
आरोपित पर केस दर्ज कराने की मांग : मुंबई से शनिवार को भोर में शव लाया गया तो स्वजन आक्रोशित हो गए और ग्रामीणों के साथ सुबह आठ बजे शव कुंडा-जेठवारा मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। जाम लगने की जानकारी होने पर फोर्स के साथ सीओ सदर पवन द्विवेदी मौके पर पहुंचे और स्वजन को समझाने लगे। मृतक के परिवार के लोग सोशल मीडिया पर खबर चलाने वाले युवक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज और शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग कर रहे थे।
दो घंटे बाद बहाल हुआ यातायात : सीओ का कहना था कि मौत मुंबई में हुई है तो मुकदमा यहां कैसे दर्ज होगा। फिर भी जो उचित होगा, कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद सुबह करीब 10 बजे परिवार के लोगों ने सड़क से शव हटा लिया। इस तरह दो घंटे बाद यातायात बहाल हो गया। यातायात बहाल होने के बाद राहगीरों को राहत मिली।