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प्रतापगढ़ से एसआरएन रेफर हुआ था मरीज, स्‍वजन जबरन ले जाने लगे लखनऊ, रास्‍ते में हुई मौत तो एंबुलेंस के कर्मचारियों को पीटा

मरीज की मौत के बाद एंबुलेंस कर्मियों ने कहा कि अब इसके लिए शव वाहन बुलाना पड़ेगा उसे कॉल करिए। यह सुनकर वह लोग भड़क गए। दोनों को फिर पीटा। एंबुलेंस घुमवाकर शहर की ओर चले। रास्ते में दोनों को पीटते गाली देते रहे।

By Rajneesh MishraEdited By: Published: Wed, 12 May 2021 05:23 PM (IST)Updated: Wed, 12 May 2021 05:23 PM (IST)
प्रतापगढ़ से एसआरएन रेफर हुआ था मरीज, स्‍वजन जबरन ले जाने लगे लखनऊ, रास्‍ते में हुई मौत तो एंबुलेंस के कर्मचारियों को पीटा
रास्‍ते में मरीज की मौत से गुस्‍साए स्‍वजनों ने एंबुलेंस के कर्मचारियों को पीटा।

प्रयागराज, जेएनएन। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में जिला अस्पताल से रेफर किए गए एक मरीज की एंबुलेंस में मौत हो गई। इस पर उसके घर के लोगों ने एंबुलेंस के चालक व कर्मी को बंधक बनाकर पीटा। इतना ही नहीं जबरन शव को घर पहुंचाने का दबाव बनाया। रास्‍ते में चालक ने किसी तरह सीएचसी सुखपाल नगर में एंबुलेंस घुसाकर जान बचाई। सूचना पर पुलिस पहुंची। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। वहीं घटना एंबुलेंस यूनियन में आक्रोश व्‍याप्‍त है।

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यह था मामला

नगर कोतवाली क्षेत्र के पूरे शुकाल गांव के एक बीमार बुजुर्ग को सांस लेने में दिक्कत थी। उसे घर के लोग बुधवार को सुबह स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय लाए। आक्सीजन लेवल कंट्रोल न होने पर चिकित्सक ने एसआरएन के लिए रेफर कर दिया।

एसआरएन के लिए हुआ था रेफर, जबरन ले जाने लगे लखनऊ

उसे एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस यूपी 41 जी 3998 के चालक श्याम अवध यादव व इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन आदर्श पांडेय आक्सीजन सिलिंडर गाकर चले। इसके बाद पूरे शुकाल के पास पहुंचे तो साथ रहे लोगों ने घर जाने के लिए 45 मिनट तक गाड़ी रुकवा दी। इसके बाद प्रयागराज की जगह जबरन लखनऊ ले जाने लगे। सलवन के पास मरीज की सांसें थम गईं।

मरीज की मौत के बाद कर्मचारियों को पीटा, शव घर पहुंचाने का बनाया दबाव

इस पर साथ रहे चार-पांच लोग उतरे और मौत के लिए कर्मियों को जिम्मेदार ठहराते हुए उनको मारने पीटने लगे। कहा कि लाश घर ले चलो। इस पर कर्मियों ने कहा कि अब इसके लिए शव वाहन बुलाना पड़ेगा, उसे कॉल करिए। यह सुनकर वह लोग भड़क गए। दोनों को फिर पीटा। एंबुलेंस घुमवाकर शहर की ओर चले। रास्ते में दोनों को पीटते, गाली देते रहे। पूरे विभाग को गाली दी। कर्मियों ने शहर के करीब आने पर गाड़ी सीएचसी सुखपाल नगर में घुसाकर अपनी जान बचाई। एसपी को सूचना दी। एसपी के निर्देश पर कोतवाल रवींद्र कुमार, सीओ अभय कुमार पांडेय फोर्स लेकर सुखपाल नगर पहुंचे। आरोपितों को चेतावनी देकर छोड़ दिया व शव को उसी गाड़ी से घर भेजवाए। इधर एंबुलेंस जीवनदायिनी यूनियन के अध्यक्ष मधुकर सिंह ने मामले की सूचना सीएमओ को दी। फिर पुलिस, प्रशासन के अफसर अस्पताल पहुंचे, वार्ता हुई।

एंबुलेंस कर्मियों में नाराजगी

एंबुलेंस कर्मियों ने कहा कि कोरोना काल में जान जोखिम में डालकर हम काम कर रहे हैं और हम सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे में कैसे काम कर पाएंगे। इस पर उनको सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया, जिससे वह लोग हड़ताल पर नहीं गए। सीएमओ डॉ.एके श्रीवास्तव कोरोना योद्धाओं के साथ मारपीट निंदनीय है। कर्मियों ने शिकायती पत्र दिया है। इसे पुलिस को दिया गया है। एंबुलेंस यूनियन के अध्यक्ष मधुकर सिंह का कहना है कि हम लोगों ने कह दिया है कि अपमान सहकर, मार खाकर काम नहीं करेंगे। प्रशासन एंबुलेंस में पुलिस भी भेजे।


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