पूरब के ऑक्सफोर्ड यानी इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जीवंत हुई पुरातन परंपरा Prayagraj News
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अनूठी पहल के तहत एसएसएल हॉस्टल में फ्राइडे क्लब से परंपरा की शुरुआत की गई है। हर शुक्रवार को छात्रों के लिए सेमीनार का आयोजन किया जाएगा।
प्रयागराज, [गुरुदीप त्रिपाठी]। पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में दशकों पुरानी परंपरा फिर जीवंत हो चली है। इसके तहत यहां के हॉस्टलों में सप्ताह में एक दिन सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। इसकी नींव सर सुंदर लाल हॉस्टल से रखी जा चुकी है। इसमें छात्रों की पढ़ाई में आने वाली समस्याओं को जानने का प्रयास किया जाएगा, जिसके बाद शिक्षक उसका निराकरण करेंगे। साथ ही छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा में सफलता के टिप्स भी देंगे।
इविवि के हॉस्टलों में वर्ष 1990 तक सेमिनार आयोजित होते थे
इविवि के हॉस्टलों में वर्ष 1990 तक सेमिनार आयोजित किए जाते थे। इसके लिए शिक्षकों की बाकायदा ड्यूटी भी लगाई जाती थी। वह हॉस्टलों में जाकर छात्रों को सप्ताह में दो दिन पढ़ाते थे। हालांकि फंड के अभाव में यह परंपरा 90 के दशक में दम तोड़ गई। अब ये परंपरा इविवि के चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर राम सेवक दुबे की पहल पर फिर से दम भरने लगी है। इसकी शुरूआत एसएसएल हॉस्टल में अधीक्षक डॉ. संतोष सिंह ने शुरू कर दी है।
महीने के हर शुक्रवार को हॉस्टल में फ्राइडे क्लब सेमिनार होगा
एसएसएल हॉस्टल के अधीक्षक ने बताया कि महीने के हर शुक्रवार को हॉस्टल में सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। इसमें से दो शुक्रवार को इविवि के विभिन्न विषयों के शिक्षक हॉस्टल में स्नातक के छात्रों से बातचीत करेंगे। कक्षाओं में पढ़ाई के दौरान जो टॉपिक नहीं समझ में आए, उसे वे समझाएंगे। इसके अलावा दो शुक्रवार को बाहर के विश्वविद्यालय से शिक्षकों को बुलाया जाएगा। इस कार्यक्रम को फ्राइडे क्लब का नाम दिया गया है। इस दौरान छात्रों को सिविल सेवा की तैयारी के लिए भी टिप्स दिए जाएंगे। वह हॉस्टलों में पौधारोपण भी करेंगे।
पुरा छात्रों ने भी बढ़ाया हाथ
एसएसएल हॉस्टल के अधीक्षक डॉ. संतोष सिंह ने बताया कि हॉस्टल के पुरा छात्रों ने भी फ्राइडे क्लब में कंधे से कंधा मिलाकर चलने की बात कही है। इस हॉस्टल से निकले छात्रों में पंजाब के रिटायर्ड डीजीपी प्रदीप श्रीवास्तव, आइएएस विवेक मेहरोत्रा, जस्टिस सुनील अंबवानी, यूपी के डीजीपी ओपी सिंह, इविवि के रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ला, प्रो. सुनीत द्विवेदी, प्रो. शैलेंद्र राय, प्रो. उमाकांत यादव आदि हैं।