इफ्को फूलपुर में अमोनिया गैस का रिसाव, मची खलबली
संविदा कर्मी पाइप लाइन में लगे वॉल्व की मरम्मत कर रहे थे। उसे खोलने में लापरवाही बरतने से गैस रिसाव होने लगा। इससे संविदा कर्मी डरकर भाग खड़े हुए।
प्रयागराज : इफ्को फूलपुर इकाई में अमोनिया पी-वन संयंत्र की मरम्मत के दौरान वॉल्व खोलने में लापरवाही बरतने पर गैस रिसाव हो गया। सात संविदा कर्मचारियों के गैस की चपेट में आने से प्लांट में खलबली मच गई। पीडि़त संविदा कर्मियों को तुरंत अस्पताल भेजा गया। छह को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। एक का प्रयागराज शहर के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
प्लांट में जनवरी में भी अमोनिया गैस रिसाव हुआ था। जिला प्रशासन ने प्लांट चलाने के लिए तकनीकी रिपोर्ट मिलने तक उसे बंद करने का निर्देश दिया है। अनसोल कंपनी के अमोनिया पी-वन संयंत्र में गुरुवार को दिन में 11.30 बजे संविदा कर्मी पाइप लाइन में लगे वॉल्व की मरम्मत कर रहे थे। उसे खोलने में लापरवाही बरतने से गैस रिसाव होने लगा। इससे संविदा कर्मी डरकर भाग खड़े हुए। इसकी जानकारी होने पर प्लांट के अन्य कर्मी भी भागने लगे। खबर पाकर पहुंची अग्निशमन और सुरक्षा विभाग की टीम ने वॉल्व को बंद किया। इस बीच गैस रिसाव की जद में आने से मरम्मत कार्य में लगे सात संविदा कर्मियों के सीने में जलन होने लगी तो उन्हें इफ्को के अस्पताल भेजा गया।
उधर, अमोनिया गैस का रिसाव होने पर प्रयागराज से इफ्को प्लांट पहुंचे मुख्य राजस्व अधिकारी भानु प्रताप यादव ने घटनाक्रम की जानकारी ली और संविदा कर्मियों का हाल जाना। जीतेंद्र यादव निवासी मनियार बलिया, अशोक कुमार, श्रवण व संजीव कुमार निवासी रूपनगर बेगूसराय, बिहार, विनोद यादव निवासी बमरौली, देवरिया, मो इस्माइल निवासी अररिया, बिहार का उपचार इफ्को अस्पताल में कराने के बाद घर भेज दिया गया। संविदा कर्मी सुरेश कुमार निवासी बलिया की हालत नाजुक होने पर प्रयागराज रेफर कर दिया गया। फिलहाल वह खतरे से बाहर है। इफ्को के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक मुकुल श्रीवास्तव ने बताया कि प्लांट में मरम्मत कार्य के दौरान दो मिनट तक अमोनिया गैस का रिसाव हुआ। उसके बाद वॉल्व बंद कर दिया गया। गैस रिसाव होने के कारण की आंतरिक जांच कराई जा रही है। लापरवाही बरतने वालों पर विभागीय कार्यवाही होगी। तकनीकी रिपोर्ट आने तक प्लांट बंद करने की कोई लिखित जानकारी नहीं मिली है। पत्र मिलने पर उसका अनुपालन किया जाएगा। मुख्य राजस्व अधिकारी भानु प्रताप यादव ने बताया कि घटनास्थल पर मेरे पहुंचने से पहले ही रिसाव बंद कर दिया गया था। प्रभावित संविदा कर्मियों का उपचार कराया गया। इफ्को के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है, जब तक प्लांट चलाने की तकनीकी रिपोर्ट नहीं आती है, तब तक इकाई को बंद रखा जाए। जांच रिपोर्ट पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
25 जनवरी को भी हुआ था रिसाव
फूलपुर इकाई के अमोनिया प्लांट में 25 जनवरी को भी रिसाव हुआ था। पाइप लाइन की मरम्मत करते समय गैस रिसाव की चपेट में तीन संविदा कर्मी आ गए थे, जिनका इफ्को अस्पताल में इलाज कराया गया था। इससे पहले भी अमोनिया गैस का रिसाव होने पर कई संविदा कर्मी प्रभावित हो चुके हैं।