Move to Jagran APP

प्रयागराज माघ मेले में प्रतापगढ़ के आंवले से बने उत्‍पाद की रहेगी धूम, अनुमति का है इंतजार

वर्ष 2019 में प्रयागराज के कुंभ मेला में प्रतापगढ़ के आंवले से बने उत्‍पाद कैंडी चूरन बर्फी की विदेशियों ने भी काफी खरीदारी की थी। माघ मेले में भी आंवला उत्पाद की अधिक डिमांड रहती है। ऐसे में इस बार स्टाल के पास ही उत्पाद तैयार होगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 02:46 PM (IST)Updated: Wed, 08 Dec 2021 02:46 PM (IST)
प्रयागराज माघ मेले में प्रतापगढ़ के आंवले से बने उत्‍पाद की रहेगी धूम, अनुमति का है इंतजार
प्रयागराज में लगने वाले आगामी माघ मेले में प्रतापगढ़ के आंवले से बने उत्‍पाद की मांग रहेगी।

प्रयागराज, [प्रवीन कुमार यादव]। प्रयागराज जिले में जनवरी 2022 में लगने वाले माघ मेले में प्रतापगढ़ के अमृत फल यानी आंवले के उत्पादों की अधिक मांग रहेगी। एक ओर जहां आंवले का उत्पाद प्रदेश व गैर प्रांतों के लोगों को रिझाएगा, वहीं दूसरी ओर विदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं की भी पसंद बनेगी। फिलहाल मेले में स्टाल लगाए जाने कोलेकर कुछ व्यापारी तैयार हो गए हैं। उनको यह इंतजार है कि उद्योग विभाग स्टाल लगाने की अनुमति दे।

loksabha election banner

ओडीओपी के तहत आंवले का प्रतापगढ़ में चयन हुआ

ओडीओपी यानी एक जनपद-एक उत्पाद योजना के तहत प्रतापगढ़ जिले में आंवले का चयन हुआ है। जिले में 10 हजार हेक्टेअर में आंवले की खेती होती है। पहले तो आंवला किसानों को इसका उचित मूल्य नहीं मिलता था। मनमाने दाम पर कारोबारी इसे गैर प्रांतों में मनचाहे दाम पर बेचते थे। इससे काफी किसानों ने आंवले की बाग को समाप्त कर गेहूं, सरसों, धान आदि की खेती करने लगे।

आंवले से बने उत्‍पाद की विदेशों में भी मांग

ओडीओपी में जब जिले से आंवले का चयन किया गया तो किसानों को आंवले का अच्छा खासा मूल्य मिलने लगा। फिलहाल आंवले से तैयार होने वाले उत्पाद मुरब्बा, कैंडी, बर्फी, लड्डू, चटनी, टॉफी, जूस, चूरन आदि की डिमांड जिले के अलावा गैर प्रांतों व विदेशों में भी है। खासकर दूसरे राज्यों में लगने वाले शिशिर मेले में भी आंवले का उत्पाद स्टाल पर लगाकर बेचा जाता है। प्रयागराज में माघ मेला लगने वाला है। इसके कुंभ में भी जिले के कई उद्यमियों ने आंवले का स्टाल लगाया था। माघ मेले में भी कई उद्यमी स्टाल लगाएंगे। इसे लेकर अभी से ही उद्यमी आंवले का उत्पाद तैयार करने पर जोर दे रहे हैं। उपायुक्त उद्योग दिनेश कुमार चौरसिया ने बताया कि प्रयागराज जिले में लगने वाले माघ मेले में स्टॉल लगाने के लिए कोई दिशा निर्देश नहीं आया है, लेकिन आना तय है। मेले में आंवले के उत्पाद का कई स्टाल लगता है। इस बार भी लगेगा।

छूट भी मिलेगी

जिले के अमृत फल की मांग अधिक बढ़े। योजना का प्रचार-प्रसार हो। इसके लिए उद्यमी मेले में छूट पर भी सामान देंगे। प्रति किलो आंवले के उत्पाद पर 20 से 30 रुपये की छूट खरीदारों को मिलेगी।

कुंभ में अमृत फल की मांग थी

वर्ष 2019 में प्रयागराज में कुंभ मेला लगा था। मेले में रोस्टरवार दुकानें लगाई गईं थी। इस दौरान विदेशियों ने भी आंवले की कैंडी, चूरन, बर्फी की अधिक खरीदारी की थी। इसे लेकर काफी चर्चा रही।

आंवले का तैयार करते हैं उत्पाद

माघ मेले में उत्पाद की अधिक डिमांड रहती है। यहां तक कि उत्पाद कम पड़ जाता है। ऐसे में इस बार स्टाल के पास ही उत्पाद तैयार होगा। उत्पाद कैसे तैयार किया जाता है, इसे भी दिखा जाएगा।

मेला प्रशासन ने किया था सम्मानित

मेले में आंवले के उत्पाद की अधिक मांग रही। अंतिम समय तक स्टाल लगा रहा। जब मेला समाप्त होने लगा तो मेला प्रशासन ने आंवला उद्यमी चंद्र प्रकाश शुक्ला समेत को सम्मानित किया था। उत्पाद चखने के बाद सराहा भी था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.