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ODOP Scheme: प्रयागराज में मूंज से तैयार झालर और गुलदस्तों से सजेगा अमेरिका का स्कूल

अमेरिका के एक स्कूल ने प्रयागराज में मूंज से बनने वाले उत्पादों में दिलचस्पी दिखाई है और कुछ सामान बनाकर भेजने का आर्डर दिया है। यहां से उत्पाद पहुंचा तो स्कूल में झालर-गुलदस्ते मूंज के नजर आएंगे और जल्द ही यह सजावट का सामान अमेरिका भेजा जाएगा।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Sat, 21 May 2022 02:16 PM (IST)Updated: Sat, 21 May 2022 02:16 PM (IST)
ODOP Scheme: प्रयागराज में मूंज से तैयार झालर और गुलदस्तों से सजेगा अमेरिका का स्कूल
अमेरिका के एक स्कूल ने प्रयागराज में मूंज से बनने वाले उत्पादों में दिलचस्पी दिखाई है

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। एक शहर एक उत्पाद (ओडीओपी)  के तहत चयनित मूंज के उत्पादों की ख्याति अब अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को लांघ गई है। यहां के मूंज से बने उत्पाद पहली बार अमेरिका भेजे जा रहे हैं। अमेरिका के एक स्कूल ने प्रयागराज में मूंज से बनने वाले उत्पादों में दिलचस्पी दिखाई है और कुछ सामान बनाकर भेजने का आर्डर दिया है। यहां से उत्पाद पहुंचा तो स्कूल में झालर-गुलदस्ते मूंज के नजर आएंगे और जल्द ही यह सजावट का सामान अमेरिका भेजा जाएगा।

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महेवा नैनी के एंजल समूह को मिला आर्डर

अमेरिका से मूंज के उत्पाद का आर्डर शहर के नैनी स्थित महेवा गांव के एंजल स्वयं सहायता समूह को मिला है। इस समूह को बीबी फातिमा चलाती है। वह कई वर्षों से अपने गांव में ही मूंज के उत्पाद तैयार कर उसे बाजार में बेचती हैं। वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट योजना आने के बाद मूंज के उत्पाद को प्रोत्साहन मिला तो मंजू ने अपने उत्पादों को इंटरनेट के जरिए ग्लोबल बाजार में भी उतार दिया।

....और अमेरिका से आ गया आर्डर

फातिमा बताती हैं कि उनके पास अमेरिका के एक स्कूल की ओर से मूंज के कुछ सामान खरीदने के लिए आर्डर आया है। हमने अपने कुछ डिजाइन स्कूल को भेजे थे, जो स्कूल प्रबंधन को बेहद पसंद आए हैं और हम मांग के अनुरूप आर्डर तैयार कर रहे हैं। हम बहुत खुश है कि हमें अमेरिका से आर्डर मिला है। हम अपना बेस्ट देंगे ताकि हमारा ब्रांड अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर सके। यह हमारे लिए नया द्वार खुल रहा है।

वर्जीनिया के स्कूल में सजेगा झालर-गुलदस्ता

अमेरिका के वर्जीनिया में संचालित एक स्कूल की संचालिका नीता पवार ने मूंज से बने उत्पादों की खूबसूरती देखने के बाद उससे अपने स्कूल को सजाने का निर्णय लिया। उन्होंने भारत में मूंज उत्पाद को लेकर सर्च किया तो प्रयागराज के मूंज की ख्याति देखकर यहां की फातिमा को अपना संदेश भेजा। फातिमा ने मूंज के अपने डिजाइन उन्हें भेजे और आर्डर कन्फर्म हो गया।

क्या जाएगा अमेरिका

फातिमा बताती हैं कि जो आर्डर उन्हें मिला है, उसमें दो चीजों की मांग हुई है। पहला वाल हैंगिंग झालर है, जो सजावट में प्रमुखता से प्रयोग किया जाता है। 50 वाल हैगिंग झालर मांगी गई है। यह दीवारों पर लटकाई जाती है। इसके अलावा 50 गुलदस्ता भी मूंज से तैयार कर भेजा जाएगा। माल पहुंचने के बाद इसकी सजावट का ट्रायल होगा और सफल रहे पर और उत्पाद मंगाया जाएगा।

100 से अधिक परिवार कर रहे काम

नैनी के महेवा में 100 से अधिक परिवार मूंज से बने उत्पाद तैयार करते हैं। वर्ष भर यहां काम चलता है और डिमांड के अनुरूप दूसरे शहर व प्रदेशों में उत्पादों की आपूर्ति करते हैं। रोजगार के तौर पर इसने सैकड़ों परिवारों के जीवन में रोशनी भरी है और अब यह उत्पाद ब्रांड बनकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी चमक बिखेरने को तैयार है।


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