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इलाहाबादी कोरस ट्रेनों में नक्सली कहर रोकने को तैयार, आरपीएफ हो रही प्रशिक्षित Prayagraj News

दंतेवाड़ा और धनबाद में कमांडो ड्यूटी पर नक्‍सली प्रभावित इलाकों में मुस्‍तैद हो रहे हैं। इलाहाबादी कोरम में एनसीआर के छह आरपीएफ अधिकारी शामिल होंगे। कमांडो ट्रेनिंग दी जा रही है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 23 Aug 2019 11:28 AM (IST)Updated: Fri, 23 Aug 2019 11:28 AM (IST)
इलाहाबादी कोरस ट्रेनों में नक्सली कहर रोकने को तैयार, आरपीएफ हो रही प्रशिक्षित Prayagraj News
इलाहाबादी कोरस ट्रेनों में नक्सली कहर रोकने को तैयार, आरपीएफ हो रही प्रशिक्षित Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। ट्रेनों पर होने वाले नक्सली हमलों को रोकने और विषम परिस्थितियों में लडऩे के लिए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके लिए आरपीएफ में कोरस (कमांडो फॉर रेलवे सिक्योरिटी) का गठन किया गया है। इसमें उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के छह आरपीएफ अधिकारियों को कमांडो ट्रेनिंग दिलाकर उनकी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों दंतेवाड़ा (छत्तीसगढ़), डुमरी धनबाद (झारखंड) में तैनाती की गई है। इसमें तीन अधिकारी प्रयागराज (इलाहाबाद) से हैं।

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आरपीएफ के जवानों की अंबाला में कमांडो ट्रेनिंग हुई

आरपीएफ के जवानों को अंबाला के पास जगाधरी सेंटर में कमांडो ट्रेनिंग दी गई। उन्हें प्रशिक्षित किया गया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में किस प्रकार काम करना है? नक्सली हमले होने पर कैसे निपटना है? एनसीआर से छह आरपीएफ अधिकारियों ने यह प्रशिक्षण हासिल किया। इनमें एनसीआर मुख्यालय से निरीक्षक बबलू कुमार, इलाहाबाद मंडल प्रयागराज से उप निरीक्षक नंद किशोर यादव, सचिन राठी, झांसी से अमित यादव, मीरजापुर से अभिषेक यादव और इटावा से रमेश चौधरी शामिल हैं। अब इन्हें कमांडो ड्यूटी पर भेजा जा रहा है।

एनसीआर के मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने कहा

एनसीआर के मुख्य सुरक्षा आयुक्त एसएन पांडेय का कहना है कि तीन अधिकारी दंतेवाड़ा और तीन डुमरी, धनबाद जा रहे हैं। तीन अधिकारी जा चुके हैं। बाकी 25 अगस्त को जाएंगे।

एनसीआर में चुनार-चोपन खंड नक्सल प्रभावित क्षेत्र

उत्तर मध्य रेलवे में चुनार-चोपन रेल खंड नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आता है। यहां कई बार ट्रेन पर नक्सली हमला कर चुके हैं। उन्होंने रेल हादसा कराने की कोशिश भी की। उत्तर मध्य रेलवे के लिए इस खंड में ट्रेन चलाना चुनौतीपूर्ण काम है। उत्तर मध्य रेलवे के जो अधिकारी कमांडो ड्यूटी करके लौटेंगे, उनकी तैनाती इस क्षेत्र में की जाएगी, ताकि वह अन्य को ड्यूटी पर समझा सकेंगे कि किस तरह नक्सली हमलों को विफल करना है और उनसे निपटना है।


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