इलाहाबाद विश्वविद्यालय में खत्म हो जाएगी शिक्षकों की कमी
यूजीसी के निर्देश के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भर्ती की समस्या समाप्त हो जाएगी। 558 पदों के लिए भर्ती होगी। इसमें गरीब सवर्णों को आरक्षण मिलेगा।
प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शीघ्र ही शिक्षकों की कमी खत्म होगी। यूजीसी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) से हरी झंडी मिलने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आज से आवेदक ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिया गया है। कुल 558 पदों के लिए होने वाली भर्ती में 32 पद गरीब सवर्णों के लिए भी आरक्षित किए गए हैैं।
यूजीसी ने सात मार्च को भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया
पिछले साल 19 जुलाई को यूजीसी के संयुक्त सचिव जीएस चौहान ने विश्वविद्यालय में होने वाली शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को रोकने का निर्देश दिया था। इसके बाद इस साल सात मार्च को भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया गया। इसमें यूजीसी की तरफ स्पष्ट निर्देशित किया गया कि विश्वविद्यालय 200 प्वाइंट रोस्टर बनाकर आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को 10 फीसद आरक्षण दिया जाए।
इविवि ने विज्ञापन जारी किया
इसके लिए विश्वविद्यालय ने बीते आठ मार्च को सांकेतिक विज्ञापन व 23 अप्रैल को विस्तृत विज्ञापन जारी किया। इसके लिए 25 अप्रैल से आवेदन लिए जाएंगे। इसमें ऐसे आवेदकों से शुल्क नहीं लिया जाएगा जो पहले आवेदन कर चुके हैं।
23 विभागों में 558 पदों के लिए विज्ञापन
विश्वविद्यालय में कुल 23 विभागों के 558 पदों के लिए विज्ञापन निकाला गया है। इसमें असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए 336, एसोसिएट प्रोफेसर के 156 व प्रोफेसर के लिए 66 पदों पर भर्ती होगी। आरक्षण का लाभ लेने वाले आवेदक को आय प्रमाण पत्र भी लगाना होगा जो कि 23 अप्रैल से 22 मई तक के बीच का ही बना होना चाहिए।
क्या कहते हैं डायरेक्टर
इस संबंध फैकेल्टी रिक्रू्रटमेंट सेल के डायरेक्टर प्रो. अनुपम दीक्षित ने बताया कि गुरुवार से इसके लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा। तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आवेदन के लिए 22 मई तक का समय निर्धारित है। बाद में इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी।