इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ बहाली को संघटक कॉलेजों के प्रतिनिधि भी शामिल Prayagraj News
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ बहाली समेत कई मांगों को लेकर निवर्तमान पदाधिकारी समेत छात्र धरने पर हैं। अब संघटक कॉलेजों के प्रतिनिधियों ने भी अपना समर्थन दिया है।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ बहाली, 14 छात्रों के निलंबन निष्कासन और छात्रावास में बढ़ी फीस समेत पांच सूत्रीय मांगों के समर्थन की मांग को लेकर छात्रों में इन दिनों आक्रोश व्याप्त है। वह पिछले कई दिनों से इसे लेकर आंदोलन कर रहे हैं। वहीं इविवि के छात्रसंघ गेट पर छात्रों का लगातार छठें दिन भी धरना जारी रहा। धरने में अन्य संघटक कॉलेजों के प्रतिनिधि भी शामिल हो चुके हैं। उन्होंने अपना समर्थन दिया है। कहा है कि वह भी अपने-अपने कॉलेजों के सामने इस मामले को लेकर अब प्रदर्शन करेंगे।
आंदोलनरत छात्रों ने छात्रावास के समक्ष हस्ताक्षर अभियान चलाया
धरनारत छात्रों ने महिला छात्रावास के सामने हस्ताक्षर अभियान भी चलाया। इसमें छात्राओं ने हस्ताक्षर करके समर्थन दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि छात्रावास में बड़ी अनियमितिताएं हैं। यदि छात्रसंघ नहीं रहेगा तो छात्रों का और शोषण होगा। ऐसे में छात्रसंघ बहाली जरूरी है। छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हम लगातार छह दिनों से धरने पर बैठे हैं। जब तक छात्रों को न्याय नहीं मिल जाता हम उठेंगे नहीं और यह लड़ाई अनवरत लड़ते रहेंगे।
यह लड़ाई छात्रों के अधिकार की लड़ाई है : अक्षय क्रांतिवीर
एनएसयूआइ प्रदेश महासचिव अक्षय क्रांतिवीर ने कहा कि यह लड़ाई छात्रों के अधिकार की लड़ाई है। यदि विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपना हठ नहीं छोड़ा तो प्रदेशव्यापी आंदोलन करेंगे। छात्रसंघ के पूर्व सांस्कृतिक मंत्री एवं कवि बिहारी लाल अंबर ने कहा कि छात्रों के आवाज को कुचला जा रहा है। इस दौरान सुरेश यादव, राहुल क्रांति, पंकज सोनकर, प्रशांत, दुर्गेश सिंह, शशांक द्विवेदी, सत्यम कुशवाहा, अजय बागी, सरवन, मिथिलेश आदि मौजूद रहे।
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