Move to Jagran APP

Allahabad University : गिरफ्तारी के डर से अनशनकारियों ने बदला ठिकाना, छात्रसंघ बहाली का है मामला

Allahabad University छात्रसंघ बहाली की मांग को लेकर छात्र अनशन पर हैं। छात्रसंघ भवन पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। फोर्स देख अनशनकारी गिरफ्तारी के डर से छात्रसंघ भवन से भाग निकले। इसके बाद वह विज्ञान संकाय स्थित विजयनगरम हॉल के सामने अनशन पर बैठ गए।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 03:12 PM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 05:16 PM (IST)
Allahabad University : गिरफ्तारी के डर से अनशनकारियों ने बदला ठिकाना, छात्रसंघ बहाली का है मामला
अनशनकारियों को हिरासत में लिए जाने के बाद छात्रों ने छात्रसंघ बहाली के लिए अनशन का स्‍थान बदल दिया है।

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के छात्रसंघ भवन पर जारी समाजवादी छात्रसभा (सछास) का पूर्णकालिक अनशन जारी है। हालांकि रविवार को छह अनशनकारियों की गिरफ्तारी के बाद अनशन करने वाले छात्रों ने ठिकाना जरूर बदल दिया है। अब छात्र विज्ञान संकाय परिसर स्थित विजयनगरम हॉल के सामने अनशन पर बैठ गए हैं।

loksabha election banner

पुलिस ने अनशनस्थल से छह छात्रों को हिरासत में ले लिया था
दरअसल, छात्रनेता अजय यादव सम्राट की अगुवाई में पिछले 91 दिन से छात्रों का क्रमिक अनशन जारी है। अनशनकारी लगातार छात्रसंघ पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग कर रहे हैं। एकजुट होकर छात्रसंघ बहाली की मांग की जा रही है। पिछले रविवार को पुलिस ने अनशनस्थल से छह छात्रों को हिरासत में ले लिया था। इनमें सुशील कुशवाहा, नवनीत यादव, मो. मुबाशिर हारुन, अभिषेक यादव, मो. ओवादा और प्रकाश सिंह यादव शामिल थे। इन लोगों पर पुलिस ने कोविड-19 महामारी एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज कराया है।

छात्रसंघ भवन पर पुलिस तैनात है

छात्रसंघ भवन पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। फोर्स देख अनशनकारी गिरफ्तारी के डर से छात्रसंघ भवन से भाग निकले। इसके बाद वह विज्ञान संकाय स्थित विजयनगरम हॉल के सामने अनशन पर बैठ गए।  इस दौरान सुशील कुशवाहा, मो. मुबाशिर हारुन, नवनीत यादव, मो. सलमान, मो. ओवादा, अभिषेक यादव, मो. मसूद अंसारी, शुभम यादव, रोहित सावन यशवंत यादव आदि लोग उपस्थित रहे।

अनशनरत छात्रों ने छात्रसंघ बहाली की मांग की

छात्रों ने इविवि के प्रशासनिक अधिकारियों को प्रत्यावेदन भी सौंपा था। छात्रनेताओं का तर्क था कि सभी कार्य के साथ परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया तो छात्रसंघ बहाल क्यों नहीं किया जा रहा है। वहीं छात्रों का यह भी कहना है कि कार्यवाहक कुलपति कार्यभार ग्रहण कर रहे थे तो छात्रसंघ बहाली का वादा किया था। एकेडमिक काउंसिल में इस आशय का प्रस्ताव भी पारित हुआ। समिति का भी निर्माण किया गया परंतु आज तक वह समिति कोई फैसला न ले सकी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.