इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ बहाली का मुद्दा संसद में गूंजा Prayagraj News
इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ बहाली की वकालत कौशांबी के सांसद विनोद सोनकर ने संसद में उठाया। सांसद ने एचआरडी मंत्री और लोकसभा अध्यक्ष से छात्रसंघ बहाल करने की मांग की।
प्रयागराज, प्रयागराज। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में छात्रसंघ को खत्म कर छात्र परिषद लागू किए जाने का मुद्दा संसद में भी पहुंच गया है। कौशांबी सांसद विनोद सोनकर ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ की वकालत की। उन्होंने इविवि छात्रसंघ पर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बैन करने का फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। साथ ही उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री से छात्रसंघ बहाल किए जाने की मांग की।
कहा, छात्रसंघ छात्र समस्याओं से लडऩे का माध्यम है
सांसद विनोद सोनकर ने संसद में कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय को पूर्वांचल का ऑक्सफोर्ड कहा जाता है। उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश के कोने-कोने से छात्र-छात्राएं यहां पढ़ाई करने आते हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हाल ही में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ को बैन कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय ने देश को कई बड़े राजनेता दिए हैं। कहा कि छात्रसंघ एक ऐसा माध्यम है जहां छात्र जीवन से ही समस्याओं से लडऩे और कुछ सीखने का अवसर मिलता है। सांसद विनोद सोनकर ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ समाप्त होने पर यह अवसर नहीं मिलेगा।
सांसद ने कहा, छात्रसंघ समाप्त होने पर अच्छे राजनेताओं की आएगी कमी
सांसद ने कहा कि देश को चलाने में जिस तरह डॉक्टर, शिक्षक की जरूरत पड़ती है उसी तरह राजनेताओं की भी अहम भूमिका होती है। अगर छात्रसंघ समाप्त हो गया तो देश को जिन अच्छे राजनेताओं की जरूरत है उनमें कहीं न कहीं से कमी आएगी।