इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर समेत दो ने फांसी लगाकर दी जान Prayagraj News
जहां एक ओर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया वहीं पेड़ से लटकी एक युवक की लाश मिली। पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में रक्षा अध्ययन विभाग के प्रोफेसर संजीव भदौरिया ने बुधवार को फांसी लगाकर जान दे दी। वह इटावा के रहने वाले थे। प्रयागराज में चंद्रलोक के पास रहते थे। भोर में तीन बजे उन्होंने फांसी लगाई। वह काफी दिनों से तनाव में चल रहे थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। वहीं धूमनगंज के मैजिक चालक की सोरांव में पेड़ पर झूलती लाश मिली।
पुलिस ने शव को कब्जे में लिया
बता दें कि करीब 50 वर्षीय प्रोफेसर संजीव भदौरिया इलाहाबाद विश्वविद्यालय में रक्षा अध्ययन विभाग में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे। बुधवार की भोर में चंद्रलोक सिनेमा के पास आवास में फांसी पर लटकी उनकी लाश मिली। जानकारी होने पर आसपास के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। वहां पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय अध्यापक पहुंचे
इधर जानकारी होने पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अध्यापकों में शोक की लहर दौड़ गई। प्रोफेसर संजीव भदौरिया के घर वह पहुंचे। किन परिस्थितियों में उन्होंने फांसी लगाई, अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है। फिलहाल पुलिस ने इटावा स्थित प्रोफेसर के घर सूचना दी है। प्रोफेसर को कोई औलाद नहीं है।
युवक का पेड़ से लटकता मिला शव, हत्या की आशंका
सोरांव थाना क्षेत्र के टिकरी गांव के निकट एक युवक का शव पेड़ से लटका मिला। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। फिलहाल घरवालों की तहरीर में हत्या का जिक्र नहीं किया गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आत्महत्या और हत्या के पहलुओं पर कार्य कर रही है।
मैजिक चालक था विपुल
धूमनगंज के हरवारा का रहने वाला विपुल यादव 25 पुत्र रामनरेश अपनी खुद की मैजिक वाहन चलाता था। मंगलवार को वह प्रयागराज में कार्यरत एक दीवान के सामन को मैजिक में लादकर रायबरेली गया था। वहां से बुधवार की सुबह लौट रहा था। घरवालों से उसकी सुबह करीब साढ़े छह बजे मोबाइल पर बात हुई थी। इसके बाद सोरांव के टिकरी गांव के निकट पेड़ पर झूलती लाश मिली। ग्रामीणों ने देखा तो तत्काल पुलिस को जानकारी दी। वहां पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और घरवालों को बताया। बिलखते परिजन वहां पहुंचे।
...मैं जा रहा हूं, आपको मैजिक मिल जाएगी
विपुल के पिता रामनरेश ने बताया कि सुबह मोबाइल पर बात के दौरान विपुल ने उनसे कहा कि मैं जा रहा हूं, आपको मैजिक वाहन मिल जाएगा। उन्हाेंने रुंधे गले से बताया कि उस समय तो इस बात पर विशेष ध्यान नहीं दिया। उन्हें क्या पता था कि बेटा इतना दूर चला जाएगा।